Agra: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का दुबई में बीमारी के चलते आज निधन हो गया. मुशर्रफ का ताजनगरी आगरा से भी नाता रहा है. वर्ष 2001 आगरा में शिखर सम्मेलन हुआ था. तब तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की वार्ता उस समय वैश्विक मीडिया में चर्चा का विषय बनी थी. हालांकि, यह वार्ता विफल रही. इसे इसी रूप में आज भी याद किया जाता है.
वर्ष 2001 में परवेज मुशर्रफ अपनी पत्नी सबा के साथ आगरा आए थे. भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के साथ उन्होंने आगरा में आयोजित शिखर सम्मेलन में शिरकत की थी और अपनी पत्नी सबा के साथ ताजमहल का दीदार किया था. वह ताजमहल की खूबसूरती के दीवाने हो गए थे.
भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कारगिल युद्ध के बाद खराब हो गए थे. ऐसे में रिश्तों में सुधार लाने के लिए भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने आजाद भारत का पहला शिखर सम्मेलन आगरा में आयोजित किया था. आगरा में 15 और 17 जुलाई 2001 को शिखर वार्ता की दो बैठकें हुई थी. इस बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ आगरा आए थे. इस दौरान परवेज मुशर्रफ का जोरदार स्वागत किया गया था. इस स्वागत और मेहमाननवाजी से वह काफी खुश हुए थे.
शिखर वार्ता सम्मेलन के लिए आगरा आए परवेज मुशर्रफ और उनकी पत्नी ताजमहल का दीदार करने गए थे. इस दौरान उन्होंने ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की भूमिगत असली कब्रों को देखा. ताजमहल की खूबसूरती को देखकर जनरल परवेज मुशर्रफ और उनकी पत्नी सबा ने इस इमारत की काफी तारीफ भी की.
आपको बता दें आगरा में उस समय बैटरी बसे नहीं चलती थी. जनरल परवेज मुशर्रफ और उनकी पत्नी के लिए भेल (bhel) द्वारा बनाई गई वातानुकूलित बैटरी बस इंदौर से मंगाई गई थी, जिसमें सवार होकर परवेज मुशर्रफ और उनकी पत्नी आगरा के इमारतों को देखते हुए ताजमहल पहुंचे थे. परवेज मुशर्रफ और उनकी पत्नी आगरा में होटल अमर विलास में रुके थे और शिखर वार्ता जेपी पैलेस होटल में की गई थी. हालांकि शिखर वार्ता विफल रही थी.