Lucknow News: देश में पीएफआई (PFI) और उससे जुड़े लोगों की ट्रेनिंग गतिविधियों, टेरर फंडिंग और नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए लोगों को संगठन से जोड़ने के खिलाफ NIA ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. देशभर में छापेमारी के दौरान 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस क्रम में यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के मदेगंज इलाके से अहमद बेग नदवी को गिरफ्तार किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नदवी पर आरोप है कि वह पीएफआई के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगलाने का काम करता था. इसके अलावा ये सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का सदस्य भी रहा है. फिलहाल, यूएपीए के तहत आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है.
यूपी एसटीएफ ने नदवी के पास से मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है. जिसमें कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं. इस पर खाड़ी देशों से पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करने का भी आरोप है. ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है कि, ये साल 2047 तक हिंदुस्तान को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहा था. नदवी मूल रूप से श्रावस्ती का रहने वाला है.
इधर. देशभर में पॉपलुर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की धरपकड़ का सिलसिला लगातार जारी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस संगठन की गतिविधियों को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. एनआईए ने शुक्रवार को बताया कि पीएफआई, आईएसआईएस (ISIS) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन के लिए मुस्लिम युवाओं की भर्ती में जुटा था.
पॉपलुर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की स्थापना साल 2007 में की गई थी. इसकी स्थापना तीन संगठनों के विलय के बाद की गई थी, जिसमें नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट इन केरल कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु में मनिथा नीति पासराई शामिल हैं. पीएफआई का नाम लव जिहाद, दिल्ली दंगा, हाथरस दुष्कर्म मामला और केरल सोना तस्करी जैसे अन्य कई मामलों में सामने आ चुका है. इन घटनाओं में इस संगठन का नाम आने के बाद से ही NIA की कड़ी नजरें थी, और आखिर में अब इस संगठन के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई, तो कई चौका देने वाले राज का भी खुलासा हुआ है.