Ajay Kumar Tamkuhiraj Election Results: अजय कुमार लल्लू को मिली करारी हार, बीजेपी ने मारी बाजी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे तेजी से आ रहे हैं. अब तक रुझान में बीजेपी की सरकार बनती दिखाई दे रही हैं. भाजपा बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. हालांकि इस बीच कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. कुशीनगर की तमकुहीराज सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हरार मिली है.
Tamkuhiraj Election Results: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे तेजी से आ रहे हैं. अब तक रुझान में बीजेपी की सरकार बनती दिखाई दे रही हैं. भाजपा बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. हालांकि इस बीच कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. कुशीनगर की तमकुहीराज सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हरार मिली है.
अजय कुमार लल्लू उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तमकुहीराज विधानसभा से लगातार दो बार विधायक चुने जा चुके हैं. इस बार भी वे इसी सीट पर अपना भाग्य आजमा रहे हैं. वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी है. ऐसे में सबकी नजर इस सीट पर टिकीं हुई है.
अजय कुमार लल्लू कुशीनगर जिले के सेवरही के रहने वाले हैं. उनका जन्म 4 नवंबर 1979 में हुआ था. उनके पिता शिव नाथ प्रसाद थे, जो काफी गरीब थे. किसी भी तरह से परिवार का पालन पोषण करते थे. अजय कुमार लल्लू ने अभी तक शादी नहीं की है. लल्लू पिछड़ी जाति मधेशिया वैश्य से ताल्लुक रखते हैं. प्रारंभिक शिक्षा के साथ अजय कुमार लल्लू ने 1998-99 ने छात्र संघ महासचिव के रूप में अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की. जिसके बाद 1999-2000 मे छात्र संघ अध्यक्ष के पद पर भी रहे थे. इसके बाद राजनीतिक में उनकी रुझान बढ़ती गई.
अजय कुमार लल्लू ने साल 2001 में किसान पीजी कॉलेज सेवरही से राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की और 2001 से 2007 तक एकता परिषद के राज्य समन्वयक के पद पर भी रहे. सेवरही विधानसभा सीट से 2007 में अजय कुमार लल्लू निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े. इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा. चुनाव हारने के बाद आजीविका चलाने के लिए मजदूरी करने दिल्ली चले गए, लेकिन उन संघर्षों के दिन भी लोगों से हर वक्त संपर्क में रहते थे.
अजय कुमार लल्लू की तमकुहीराज सीट पर पहचान काफी संघर्ष के बाद मिले. वह क्षेत्र में दलित पिछड़ों शोषित वंचित लोगों की समस्या और बाढ़ की समस्या को लेकर हमेशा धरने पर बैठ जाते थे. उन्हें ‘धरना कुमार’ के नाम से भी जाना जाता है. 2012 में पहली बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन 2017 में बीजेपी की लहर में 2012 से भी अधिक अंतर से बीजेपी प्रत्याशी जगदीश मिश्र को हराया. अजय कुमार लल्लू के संघर्षों को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अक्टूबर 2019 में उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष भी बना दिया.