UP: अखिलेश यादव लगातार तीसरी बार चुने गए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने किया ऐलान
सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने एक बार फिर पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर अखिलेश यादव के नाम की घोषणा की है. ऐसे में अखिलेश तीसरी बार सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं.
Lucknow News: राजधानी लखनऊ के रमाबाई रैली स्थल पर सपा का राष्ट्रीय सम्मेलन चल रहा है. इस बीच सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने एक बार फिर पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर अखिलेश यादव के नाम की घोषणा की है. ऐसे में अखिलेश तीसरी बार सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं.
समाजवादी पार्टी के 'राष्ट्रीय सम्मेलन' में श्री अखिलेश यादव जी को पुनः पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। pic.twitter.com/E5JyQ4cmeU
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 29, 2022
दरअसल, पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को ही लगातार तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष चुना गया है, जिसका अनुमान पहले से ही लगा लिया गया था. दरअसल, तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव से गतिरोध के बाद एक जनवरी 2017 को राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाकर पहली बार पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के स्थान पर दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. उसके बाद अक्टूबर 2017 में आगरा में हुए विधिवत राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें एक बार फिर सर्वसम्मति से पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था.
अक्टूबर 2017 में ही पार्टी के संविधान में बदलाव कर अध्यक्ष के कार्यकाल को तीन साल से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दिया गया था. अक्टूबर 1992 में गठित सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अब तक यादव परिवार का ही कब्जा रहा है. अखिलेश से पहले मुलायम सिंह यादव ही पार्टी के अध्यक्ष रहे. सपा का यह तीसरा राष्ट्रीय अधिवेशन 2024 के चुनाव को ध्यान में रखकर भी किया गया है .
प्रदेश के हर चुनाव में बीजेपी की जोरदार तैयारियों को देखते हुए अखिलेश के सामने अब चुनौतियां पहले से भी अधिक होंगी. उनके सामने आगामी नवबंर- दिसंबर में संभावित नगर निकाय के चुनाव और फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती है. ऐसे में पार्टी नेतृत्व को पिछली गलतियों से सीख लेते हुए संगठन को नए सिरे से सक्रिय करते हुए उसमें नयी ऊर्जा भरनी होगी.
समाजवादी पार्टी के ‘राष्ट्रीय सम्मेलन’ में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि, बाबा साहेब और डॉ. राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों पर चलने वाले लोगों के साथ जुड़ कर हम लोग संविधान और लोकतंत्र को बचाने का काम करें. जिन शक्तियों से हमें संघर्ष करना है वो लगातार झूठ का सहारा ले रहे हैं.