बरेली में आला हज़रत ताजुशशरिया सोसायटी की मदद से पढ़कर 3 स्टूडेंट्स का नीट में चयन, टैलेंट की कर रहे तलाश
जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सोसायटी संस्थापक ने बताया कि गरीबों की खिदमत में लगातार काम किया जा रहा है. इसके लिए बच्चों की तलाश की जा रही है. आला हज़रत हुज़ूर ताजुशशरिया वेलफेयर सोसायटी ने इस वर्ष 40 बच्चों की जनकपुरी स्थित डेल्टा कोचिंग में नीट की मुफ्त कोचिंग कराई थी.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में आला हजरत से जुड़ी ताजुशरिया सोसायटी के संस्थापक फरमान हसन खां (फरमान मियां) ने हर गरीब बच्चे को शिक्षित करने का फैसला लिया है. उन्होंने रविवार को मीडिया को बताया कि सोसायटी ने 40 बच्चों की नीट की कोचिंग डेल्टा क्लासेस में कराई थी. इसमें तीन बच्चे सेलेक्ट (चयनित) हो गए हैं. सोसायटी इस वर्ष भी गरीब बच्चों की तलाश की जुटी है.
जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सोसायटी संस्थापक ने बताया कि गरीबों की खिदमत में लगातार काम किया जा रही है. हर बच्चे को शिक्षित करने की कोशिश है. इसके लिए बच्चों की तलाश की जा रही है. आला हज़रत हुज़ूर ताजुशशरिया वेलफेयर सोसायटी ने इस वर्ष 40 बच्चों की जनकपुरी स्थित डेल्टा कोचिंग में नीट की मुफ्त कोचिंग कराई थी.इसमें 3 बच्चें सफल हुए.ये संगठन क़ाज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ़्ती असजद रज़ा खान (असजद मियां) की अगुवाई में मज़हबी कार्यो के साथ साथ सामाजिक कार्यो में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहा है.जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने कहा कि मिशन है कि उनकी सोसायटी बिना किसी मज़हबी बंदिशों के समाज के हर तबके की मदद करेगी.सोसायटी ने पिछले वर्ष में भी नीट की मुफ्त कोचिंग कराई थी.
इसके अलावा गरीबों के मुफ्त ऑपरेशन भी समय समय पर बिना किसी जाति व धर्म के लोगों के कराए जा रहे हैं. फरमान मियां ने बताया कि समाज का ऐसा गरीब तबका जो पढ़ने में मेधावी है, लेकिन माँ बाप की आर्थिक तंगी की वजह से आगे की पढ़ाई नही कर पा रहे है. उनको मुफ्त कोचिंग कराई जा रही है. नीट में कामयाब होने वाले अभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की.डेल्टा कोचिंग के डायरेक्टर इंजीनियर सय्यद जसीम ने बताया कि संजय गंगवार ने 615,उज़मा अंसारी ने 629 और मोहम्मद रिज़वान ने 666 रैंक प्राप्त कर ज़िले का नाम रौशन किया है. इस मौक़े पर जमात के समरान खान, डॉ मेहंदी हसन हाफ़िज़ इकराम, शमीम अहमद, मोईन खान आदि भी मौजूद थे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद