अलीगढ़ में हवा को चाहिए ‘ऑक्सीजन’, डार्क रेड श्रेणी में पहुंचा AQI, यह होती है आपातकाल की स्थिति

UP प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलीगढ़ के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ जेपी सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि दीपावली वाले दिन तक अलीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स डार्क रेड श्रेणी में प्रवेश कर गया, जो 413 आंका गया, यह सबसे अंतिम और गंभीर आपातकालीन श्रेणी कहलाती है. डार्क रेड श्रेणी 401 से 500 एक्यूआई तक होती है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 25, 2022 3:01 PM

Aligarh News: दीपावली में देर रात तक चले पटाखों के कारण अलीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 80 बढ़कर डार्क रेड श्रेणी में 413 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक पर पहुंच गया है, जो बेहद गंभीर और आपातकाल की स्थिति दिखाता है.

दीपावली पर अलीगढ़ का AQI पहुंचा डार्क रेड श्रेणी में

अलीगढ़ में दीपावली पर वायु प्रदूषण 4 गुना बढ़कर गंभीर कहीं जाने वाली आपातकालीन स्थिति डार्क रेड श्रेणी में पहुंच गया है. 24 अक्टूबर को दीपावली पर दोपहर से ही पटाखों का चलना शुरू हुआ, जो देर रात्रि तक लगातार जारी रहा. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलीगढ़ के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ जेपी सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि दीपावली वाले दिन तक अलीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स डार्क रेड श्रेणी में प्रवेश कर गया, जो 413 आंका गया, यह सबसे अंतिम और गंभीर आपातकालीन श्रेणी कहलाती है. डार्क रेड श्रेणी 401 से 500 एक्यूआई तक होती है.

सांस, फेफड़े के रोगियों के लिए है बेहद खतरनाक

डार्क रेड श्रेणी 401 से 500 एक्यूआई तक होती है. अलीगढ़ का एक्यूआई 413 है. इस श्रेणी में स्वस्थ लोगों में सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. फेफड़े, हृदय रोगियों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं, साथ ही हल्की शारीरिक गतिविधि के दौरान भी कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है. राहगीर की आंखों में भी गए असर डालेगा.

AQI की होती हैं ये 6 श्रेणियां…

वायु प्रदूषण को मापने वाले एयर क्वालिटी इंडेक्स को भारत में 6 श्रेणियों में रखा गया है, जो 0 से शुरू होकर 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक तक जाता है.

  • 0-50 तक ग्रीन श्रेणी, जो अच्छा होता है, जिसमें न्यूनतम प्रभाव होता है.

  • 51-100 तक पैरट ग्रीन श्रेणी, जो संतोषजनक होता है, जिसमें लोगों में सांस लेने में मामूली कठिनाई हो सकती है.

  • 101-200 तक यलो श्रेणी, जो मध्यम प्रदूषित होता है, जिसमें अस्थमा जैसे फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों में सांस लेने में कठिनाई हो सकती है.

  • 201-300 तक ओरेंज श्रेणी, जो गरीब यानी पूअर प्रदूषण होता है, जिसमें लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले लोगों में सांस लेने में कठिनाई और हृदय रोग वाले लोगों को परेशानी हो सकती है.

  • 301-400 तक रेड श्रेणी, जो बहुत खराब प्रदूषण दिखाता है, जिसमें लोगों में सांस की बीमारी हो सकती है. फेफड़े और हृदय रोग वाले लोगों में प्रभाव अधिक स्पष्ट हो सकता है.

  • 401-500 तक डार्क रेड श्रेणी, जो गंभीर और आपातकाल स्थिति है, जिसमें स्वस्थ लोगों में सांस संबंधी समस्याएं और फेफड़े, हृदय रोग वाले लोगों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. हल्की शारीरिक गतिविधि के दौरान भी कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है.

अलीगढ़ की हवा को जरूरत है ऑक्सीजन की

दीपावली से 1 दिन पहले अलीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 333 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक था. दीपावली पर एक ही दिन में 80 बढ़कर 413 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक हो गया है, यह एक गंभीर और आपातकालीन स्थिति दिखाता है, जिसमें हवा को स्वयं ऑक्सीजन की जरूरत पढ़ती है. दीपावली पर रात में हवा चली इस कारण पब्लिक को कुछ राहत महसूस हुई है. अभी 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 27 अक्टूबर को भाई दूज पर भी पटाखे चलते हैं, जिससे अलीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 के नजदीक पहुंच सकता है.

Also Read: Aligarh News: अलीगढ़ के 19 नगर निकायों में 221 मतदान केंद्रों पर डाले जाएंगे वोट, देखें पूरी लिस्ट

र‍िपोर्ट : चमन शर्मा

Next Article

Exit mobile version