अलीगढ़ में 16 से 31 जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान, डीएम ने प्रधानों से की सहयोग की अपील, चर्चा में पत्र

अलीगढ़ में 16 जुलाई से 31 जुलाई 2022 तक दस्तक अभियान चलेगा. जिलाधिकारी ने इस संबंध सभी ग्राम प्रधानों को शालीनता के साथ पत्र में लिखकर टीम के साथ उपस्थित रहने की अपील की है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 27, 2022 2:21 PM
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Aligarh News: अलीगढ़ के डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने एक ग्राम प्रधान को पत्र लिखा, जोकि इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. पत्र में जिलाधिकारी ने जिस शालीनता से अपनी बात कही है, उसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है.पत्र में डीएम सिंह ने ऐसे सरल और सहज शब्दावली का प्रयोग किया गया है, जो किसी भी प्रधान के दिल को छू जाए.

अलीगढ़ के डीएम ने लिखा सभी प्रधानों पत्र

अलीगढ़ के डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने अलीगढ़ जनपद के प्रत्येक प्रधान को लिखे पत्र की शुरूआत ‘प्रिय प्रधान जी… के संबोधन के साथ की है. पत्र में बरसात के मौसम में जलावृष्टि और जलभराव के कारण संक्रामक रोग, बुखार मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां, डायरिया और मच्छर के प्रजनन की सम्भावना के बढ़ने से रोगों के प्रसार को रोकने की गुजारिश की गई है.

जिलाधिकारी ने पत्र में लिखा, प्रिय प्रधान जी, आप अवगत हैं कि बरसात के मौसम में जलावृष्टि और जलभराव के कारण संक्रामक रोग, बुखार मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां, डायरिया और मच्छर के प्रजनन की सम्भावना बढ़ जाती है. इन रोगों के प्रसार को रोकने हेतु सरकार द्वारा माह जुलाई में संचारी रोग नियंत्रण अभियान आयोजित किया जा रहा है. उक्त अभियान में ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड और संचारी रोगों के विषय में निरन्तर जागरूकता करना और कोविड रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों को दवाई उपलब्ध कराने में सहयोग करें.

उन्होंने आगे लिखा, जलभराव, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण और साफ सफाई जैसे कार्य में आपका सक्रिय सहयोग और भागीदारी अपेक्षित है. शासन की ओर से प्रत्येक ग्राम में अभियान हेतु आपको नोडल अधिकारी भी नामित किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फण्ड से एण्टीलार्वल छिड़काव की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग ने उपलब्ध कराई है.

16 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान

जिले में 16 जुलाई से 31 जुलाई 2022 तक दस्तक अभियान चलेगा. जिलाधिकारी ने पत्र में लिखा ग्राम प्रधानों से अनुरोध किया है कि, इस अभियान में आशा, आंगनवाड़ी के घर-घर भ्रमण के दौरान प्रतिदिन कम से कम 10 घरों में टीम के साथ रहें. साथ ही लोगों को स्वयं जागरूक करें और गांव में साफ-सफाई, जल निकासी, प्रचार प्रसार आदि के कार्य स्वयं उपस्थित रहकर अपनी देख-रेख में कराएं.

रिपोर्ट- चमन शर्मा

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