Aligarh News: अधिकतर यूनिवर्सिटी में यह देखा जाता है कि स्टूडेंट्स के परीक्षा परिणाम में कोई कमी आ जाती है, रिजल्ट अधूरा रहता है, रिजल्ट घोषित नहीं हो पाता, तो स्टूडेंट्स को डिग्री कॉलेज के चक्कर काटने पड़ते हैं. कॉलेज वाले यूनिवर्सिटी को जिम्मेदार ठहराते हैं, जिससे स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी के चक्कर काटने पड़ते हैं, पर अलीगढ़ की राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी ने एक ऐसी व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं जिसमें स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, सभी समस्याओं का निराकरण डिग्री कॉलेज जाने पर ही मिल जाएगा.
अधूरे रिजल्ट पर डिग्री कॉलेज बनाएं ग्रीवांस सेल… राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार महेश कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि यूनिवर्सिटी ने स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के रिजल्ट जारी करना शुरू कर दिया है. बीए, बीएससी, बीकॉम के रिजल्ट घोषित हो चुके हैं. रिजल्ट की ETR यानी सॉफ्ट कॉपी कॉलेज को भेजी गई. अगर रिजल्ट में रोल नंबर गलत लिखने, प्रेक्टिकल नंबर न होने, लिखित परीक्षा के नंबर न होने आदि गड़बड़ी से रिजल्ट में MW यानी मार्क्स वांटेड, RW यानी रिजल्ट डिटेंड हो, तो स्टूडेंट्स की समस्याओं के निराकरण के लिए हर डिग्री कॉलेज अपने यहां ग्रीवांस सेल बनाए.
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ग्रीवांस सेल बनाने के बाद डिग्री कॉलेज में पूरे सप्ताह स्टूडेंट्स की रिजल्ट संबंधित समस्याओं को इकट्ठा किया जाए. अपने महाविद्यालय के रिकॉर्ड से चेक किया जाए, जिसके बाद छात्र के प्रार्थना पत्र के साथ हर मंगलवार को विश्वविद्यालय के लिए संस्तुति के साथ मामले भेजें जाएं. किसी भी स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी तक न आना पड़े और उसका मामला निस्तारित हो जाए.
राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी द्वारा अधूरे रिजल्ट पर समस्याओं के निस्तारण के लिए उठाए गए कदम से आगरा की डॉ बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी सबक ले सकती है. जब अलीगढ़ मंडल के डिग्री कॉलेज आगरा यूनिवर्सिटी से संबद्ध थे, तब अगर रिजल्ट में कोई समस्या आ जाती थी, तो उसके लिए स्टूडेंट्स को कई चक्कर डिग्री कॉलेज के लगाने पड़ते थे, तो कई चक्कर यूनिवर्सिटी के लगाने पड़ते थे. इसके बावजूद भी समस्या का निस्तारण हो जाएगा, यह संभव नहीं हो पाता था. आगरा यूनिवर्सिटी इसी तरह से अपने संबंधित डिग्री कॉलेजों में छात्रों की समस्याओं के लिए ग्रीवांस सेल बनवा कर छात्रों की समस्याओं को निस्तारित कर सकती है.