शादी के अनुदान में फर्जीवाड़े की खुलेगी पोल, 10 दिन में होगी 2 साल के लाभार्थियों की जांच
शादी अनुदान योजना के पूरे अलीगढ़ में पिछले 2 साल तक के लाभार्थियों के जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है. समिति में उप निदेशक समाज कल्याण, जिला विकास अधिकारी, डीआरडीए के परियोजना निदेशक और जिला पंचायत राज अधिकारी को रखा गया है. समिति को रिपोर्ट देने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है.
Aligarh News: जब अलीगढ़ जनपद की सिर्फ एक छर्रा नगर पंचायत में शादी अनुदान के लाभार्थियों की जांच में 345 फर्जी लाभार्थी मिले थे तो पूरे अलीगढ़ में 2 साल के शादी अनुदान लाभार्थियों की जांच पूरी होने पर एक महा फर्जीवाड़ा सामने आएगा. इसके लिए 10 दिन कि समय दिया गया है. शादी अनुदान में फर्जी लाभार्थियों से रिकवरी भी शुरू हो गई है.
4 सदस्यीय समिति गठित
शादी अनुदान योजना के पूरे अलीगढ़ में पिछले 2 साल तक के लाभार्थियों के जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है. समिति में उप निदेशक समाज कल्याण, जिला विकास अधिकारी, डीआरडीए के परियोजना निदेशक और जिला पंचायत राज अधिकारी को रखा गया है. समिति को रिपोर्ट देने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. शादी अनुदान में अलीगढ़ की छर्रा नगर पंचायत में पाए गए 345 फर्जी लाभार्थियों से रिकवरी की प्रक्रिया शुरू हो गई है. रिकवरी की जिम्मेदारी ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को दी गई है. अगर लाभार्थियों से अधिकारी पैसा वसूल नहीं कर पाते, तो फिर संबंधित अफसर व कर्मचारियों से वसूली होगी.
345 फर्जी आवेदन…
अलीगढ़ के 18 गांव व छर्रा नगर पंचायत के शादी अनुदान लाभार्थियों की विभागीय टीम से ऑनलाइन लिस्ट में दर्शाए के लाभार्थियों की जांच कराई गई थी. जांच में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था. जांच में सामान्य वर्ग में 51, पिछड़ा वर्ग में 157, अल्पसंख्यक वर्ग में 107, अनुसूचित जाति वर्ग में 30 अभ्यर्थियों के आवेदन फर्जी पाए गए थे. यूपी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की पुत्री के लिए शादी अनुदान योजना शुरू की थी. इस योजना के लिए पंजीकरण होने के बाद दंपत्ति को 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता अपनी बेटी के विवाह के शगुन के तोर पर दी जाती है.
रिपोर्ट : चमन शर्मा