अलीगढ़ में ग्रामीणों ने सरकारी प्राइमरी स्कूल में लगाया ताला, सड़ा Mid Day Meal मिलने पर भड़के अभिभावक
Aligarh News: अलीगढ़ के सरकारी स्कूल में बच्चों को सड़ा हुआ मिड डे मील देने और शिक्षकों के स्कूल में लेट आने से नाराज अभिभावकों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया और हंगामा किया
Aligarh News: अलीगढ़ के सरकारी स्कूल में बच्चों को सड़ा हुआ मिड डे मील देने और शिक्षकों के स्कूल में लेट आने से नाराज अभिभावकों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया और हंगामा किया. शिक्षा अधिकारियों के पहुंचने के बाद ही मामला शांत हुआ और शिक्षकों के लिए स्कूल का ताला खोला गया.
सरकारी स्कूल में ग्रामीणों ने जड़ा ताला… अलीगढ़ के धनीपुर ब्लॉक स्थित गोकुलपुर गांव में सरकारी प्राथमिक विद्यालय है. जिसमें 48 बच्चे पढ़ते हैं. आज सुबह स्कूल खुलने के समय शिक्षकों के पहुंचने से पहले ही गुस्साए ग्रामीण अभिभावकों ने स्कूल के मुख्य गेट पर जंजीर से ताले को जड़ दिया. शिक्षकों को ताला खोलकर अंदर घुसने नहीं दिया, शिक्षकों को बाहर ही खड़ा होना पड़ा.
Also Read: Yogi Govt @100 : CM योगी ने 100 दिनों में लिए कई बड़े फैसले, जानिए इनमें क्या रहा खास
सड़ा मिड डे मील बच्चों को देने का आरोप… ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों पर आरोप लगाया कि शिक्षक मिड डे मील के नाम पर सड़ा हुआ भोजन बच्चों को देते थे, चाहे वह सड़ा हुआ केला हो या सड़ी हुई आलू की सब्जी. ग्रामीणों का कहना था कि सड़े हुए मिड डे मील से बच्चों की तबीयत खराब हो सकती है, इसलिए बच्चों को मरने के लिए स्कूल नहीं भेज सकते.
हमेशा लेट आते शिक्षक… मिड डे मील के साथ ही अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल में शिक्षक सुबह 7:30 बजे समय पर नहीं आते. हमेशा लेट आते हैं. बच्चे स्कूल के बाहर खड़े रहते हैं या फिर इधर उधर घूमने निकल जाते हैं. स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है, इसके कारण बहुत से बच्चों को निजी स्कूलों का रुख करना पड़ रहा है.
स्कूल स्टाफ में होती है लड़ाई… ग्रामीण अभिभावकों का शिक्षकों पर लेट आने के साथ-साथ आरोप है कि स्कूल का स्टाफ आपस में लड़ाई झगड़ा करता रहता है. जिससे बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ रहा है. बच्चों पर स्कूल के स्टाफ के द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया जाता.
बेसिक शिक्षा विभाग नहीं करता कोई कार्रवाई… ग्रामीणों का कहना है कि प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील की गुणवत्ता, शिक्षकों के देर से आने, स्टाफ के आपस में लड़ने आदि अनियमितताओं के बारे में बेसिक शिक्षा विभाग को कई बार अवगत कराया, परंतु विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई. दो-तीन साल से स्कूल में यही माहौल चल रहा है, जिसको लेकर के अभिभावकों में गुस्सा है.