इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के गेट पर छात्रों ने की तालाबंदी, एडीएम सिटी ने तोड़वा दिए ताले और पढ़ाई कराई शुरू
माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने भी मुस्तैदी दिखाते हुए मोर्चा संभाल लिया. हालांकि, मामला गंभीर होता देखा एडीएम सिटी को इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. उन्होंने काफी समझाने का प्रयास किया. मगर स्टूडेंट्स पीछे हटने को तैयार नहीं हुए. ऐसे में एडीएम सिटी के आदेश पर गेट का ताला तोड़ दिया गया.
Allahabad University Fee Hike: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फीस वृद्धि का विरोध हर दिन उग्र होता जा रहा है. सोमवार की सुबह से ही कैम्पस का माहौल काफी बदला नजर आ रहा था. प्रदर्शन पर डटे छात्रों ने सुबह होते ही परिसर में तालाबंदी कर दी. इस बीच नाराज छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में सभी प्रवेश द्वारों को लॉक कर दिया. माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने भी मुस्तैदी दिखाते हुए मोर्चा संभाल लिया. हालांकि, मामला गंभीर होता देखा एडीएम सिटी को इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. उन्होंने काफी समझाने का प्रयास किया. मगर स्टूडेंट्स पीछे हटने को तैयार नहीं हुए. ऐसे में एडीएम सिटी के आदेश पर गेट का ताला तोड़ दिया गया.
गेट के ताले तोड़ने का आदेश दे दिया
जानकारी के मुताबिक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) फीस वृद्धि वापस लेने समेत करीब 10 मांगों को लेकर डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर धरना दे रहे हैं. आलम यह है कि दो दिन पहले एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने डीएसडब्ल्यू कार्यालय को कुछ देर के लिए बंद करा दिया था. उन्होंने वहां कार्य कर रहे सभी लोगों को चेताया था कि फीस बढ़ोत्तरी का निर्णय वापिस न होने तक वे कोई काम नहीं होंगे. इसी कड़ी में सोमवार को शारदीय नवरात्रि के पहले दिन स्टूडेंट्स अपनी जिद पर अड़ गए. उन्होंने यूनिवर्सिटी के सभी प्रवेश द्वारों को पूरी तरह से ताला लगाकर बंद कर दिया. इसकी जानकारी वहां तैनात पुलिस ने आला अधिकारियों को दी. एडीएम सिटी ने इस बारे में संज्ञान लेते हुए छात्रों को काफी मनाने का प्रयास किया. मगर जब वे अपनी जिद छोड़ने को तैयार नहीं हुए तो गेट के ताले तोड़ने का आदेश दे दिया गया.
आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे अमिताभ ठाकुर
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व आईजी और अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर भी पत्नी नूतन ठाकुर के साथ सोमवार को 11:30 बजे छात्रों के बीच पहुंचे. अमिताभ ठाकुर ने आंदोलन को समर्थन दिया और कहा कि फीस वृद्धि से गरीब बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित रह जाएंगे. हालांकि, विश्वविद्यालय में चल रहे प्रदर्शन के कारण पढ़ाई करने के लिए कैम्पस जा रहे छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कत हो रही है.