Prayagraj News: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) के छात्रों का प्रदर्शन उग्र होता रहा है. वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ( Allahabad University Administration) भी किसी तरह का समझौता न करने की जिद्द पर अड़ा हुआ है. गुरुवार को छात्रों ने कुलपति की शव यात्रा निकली. उन्होंने छात्र संघ भवन के गेट का ताला तोड़ दिया. इसी दौरान चीफ प्रॉक्टर (Chief Proctor harsh Kumar) प्रो. हर्ष कुमार की छात्रों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. छात्रों का आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर ने एक छात्र को मारा है. बुरी तरह से चोटिल छात्र अस्पताल में भर्ती है.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) में छात्रसंघ बहाली (Student Union) की मांग को लेकर चल रहे छात्रसंघ संयुक्त संघर्ष समिति के क्रमिक अनशन का 792वां दिन भी हंगामें भरा रहा. छात्रसंघ बहाली के साथ-साथ 400 फीसदी फीस वृद्धि के विरोध में छात्रों का आंदोलन और तेज होता रहा है. गुरुवार को छात्रों ने कुलपति की अर्थी निकाली लेकिन वहां मौजूद पुलिस और प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने अर्थी को छीन लिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच में धक्का-मुक्की भी हुई.
चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार (Chief Proctor harsh Kumar) ने आरोप लगाया है कि पुलिस की मौजूदगी में प्रोफेसरों के साथ छात्र धक्का-मुक्की करते रहे. इसके बावजूद पुलिस ने कोई भी कदम नहीं उठाया. प्रो. हर्ष कुमार ने कहा कि पुलिस अगर इन आंदोलनकारी छात्रों को गिरफ्तार नहीं करेगी तो वह खुद इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे. यदि एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो वह खुद धरने पर बैठेंगे. चीफ प्रॉक्टर का हना है कि छात्रों के आंदोलन में कई बाहरी लोग भी घुस आए हैं. यही लोग अराजकता फैला रहे हैं.
इन सब खींचातानी के बीच इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) के सिक्योरिटी गार्ड्स ने छात्रसंघ भवन (Student Union) के गेट पर ताला लगा दिया. इससे छात्र नाराज हो गए और उन्होंने ताला तोड़कर गेट खोल दिया. हंगामे की खबर पाकर चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार (Chief Proctor harsh Kumar) और दूसरे कई प्रोफेसर छात्रसंघ भवन गेट पर आ गए. उन्होंने गेट को फिर से बंद कराने की कोशिश की. इस दौरान छात्रों और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों में जमकर कहासुनी और झड़प हुई. चीफ प्रॉक्टर का आरोप है कि इस धक्का-मुक्की में किसी ने एक प्रोफेसर को लात मार दी. प्रोफेसर हर्ष कुमार 15 नामजद और 100 अज्ञात छात्रों के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज करा चुके हैं.
आंदोलन कर रहे छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर (Chief Proctor) लात मारने का आरोप पूरी तरह से मनगढ़ंत है. छात्र अपनी मर्यादा कतई नहीं भूलते. चीफ प्रॉक्टर उन्हें बदनाम करने के लिए इस तरह का आरोप लगा रहे हैं. जबकि चीफ प्रॉक्टर ने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ मिलकर छात्रों के साथ बदसलूकी की. वह पुलिसकर्मियों को भी लाठी चलाने के लिए लगातार उकसा रहे थे. स्टूडेंट्स ने सिक्योरिटी गार्डस पर कई छात्रों को पीटने का आरोप लगाया है.
गुरुवार को 400% फीस वृद्धि के विरोध में चल रहे आमरण अनशन में विश्वविद्यालय (Allahabad University) के एक प्रोफेसर विक्रम कुमार ने समर्थन दिया है. प्रोफेसर ने छात्रों के पक्ष में बयान दिया कि जिस देश की शिक्षा व्यवस्था नि:शुल्क है, वहां का शिक्षा का स्तर सबसे ऊपर है. जिस देश की शिक्षा व्यवस्था महंगी है, वहां का शिक्षा का स्तर सबसे निम्न स्तर पर है. उन्होंने फीस वृद्धि के विरोध में छात्रों का साथ देने का वादा किया. फीस वृद्धि आंदोलन को समर्थन देने समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष संदीप यादव इलाहाबाद यूनिवर्सिटी पहुंचे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को पढ़ने के अधिकार से वंचित करना चाहती है.
अमरण अनशन पर छात्र नेता अजय यादव सम्राट (Ajay Yadav Samrat), विश्वविद्यालय के छात्र संघ उपाध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष एनएसयूआई अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav NSUI), अजय पांडेय बागी, सास्वत नितिन भूषण, सिद्धार्थ गोलू बैठे. छात्र नेता आयुष प्रियदर्शी, राहुल पटेल, हरेंद्र यादव, जितेंद्र धनराज, सत्यम कुशवाहा, आनंद सांसद, मुबाशिर हारून, हरिकेश हैरी, अमित द्विवेदी, चंद्रशेखर चौधरी, आकाश, शिवबली यादव, यशवंत, मो. सैफ, मो. अशफाक, अतीक, मनजीत पटेल आदि भी अनशन में मौजूद थे.