आरुषि-हेमराज मर्डर मामला : सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित, 12 अक्टूबर को फैसला सुनायेगा इलाहाबाद हाईकोर्ट
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश के वाणिज्यिक शहर व दिल्ली एनसीआर स्थित नोएडा के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज मर्डर केस में गुरुवार को बहस पूरी होने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. हाईकोर्ट अब अपना फैसला 12 अक्टूबर को सुनायेगा. मालूम हो कि डॉ राजेश तलवार और डॉ नूपुर तलवार की बेटी आरुषि और […]
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश के वाणिज्यिक शहर व दिल्ली एनसीआर स्थित नोएडा के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज मर्डर केस में गुरुवार को बहस पूरी होने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. हाईकोर्ट अब अपना फैसला 12 अक्टूबर को सुनायेगा. मालूम हो कि डॉ राजेश तलवार और डॉ नूपुर तलवार की बेटी आरुषि और उनके नौकर हेमराज के मर्डर के मामले में गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने तलवार दंपती को दोषी करार देते हुए नवंबर 2013 में उम्र कैद की सजा सुनायी थी. इसके बाद उम्र कैद की सजा काट रहे तलवार दंपती ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीबीआई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील दाखिल की है. मामले में चली लंबी बहस के बाद जस्टिस बीके नारायण और जस्टिस एके मिश्रा की खंडपीठ ने फैसला सुरक्षित कर लिया है.
क्या है मामला
नोएडा के सेक्टर 25 में 15-16 मई, 2008 की रात चिकित्सक दंपती डॉ राजेश तलवार और डॉ नूपुर तलवार ने अपनी करीब 14 वर्षीया इकलौती संतान आरुषि के साथ करीब 45 वर्षीय घरेलू नौकर हेमराज की हत्या कर दी और सबूत मिटाये. एक नाबालिग लड़की और अधेड़ व्यक्ति का दोहरे हत्याकांड देश का सबसे जघन्य व रहस्यमय हत्याकांड था. यह हत्याकांड उससमय हुआ, जब आरुषि के माता-पिता दोनों ही फ्लैट में मौजूद थे. आरुषि के पिता ने बेटी को उसके बेडरूम में जान से मारने का शक अपने नौकर पर व्यक्त करते हुए पुलिस में हेमराज के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस हेमराज को खोजने में जुट गयी. अगले दिन नोएडा के एक अवकाश प्राप्त पुलिस उपाधीक्षक केके गौतम ने उसी फ्लैट की छत पर हेमराज का शव बरामद किया.