विकास दुबे के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों पर जिसने बरसायी थीं गोलियां, हो गया गिरफ्तार

बिकरू गांव कांड : उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के चौबेपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिकरू गांव कांड में कुख्यात अपराधी विकास दुबे के साथ मिलकर पुलिस वालों पर गोलियां बरसाने वाला मेन गनर गिरफ्तार कर लिया गया है. मीडिया में आ रही खबरों के अुनसार, चौबेपुर क्षेत्र के कुख्यात अपराधी विकास दुबे के गनर अखिलेश दीक्षित को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. अखिलेश को चौबेपुर से गिरफ्तार किया गया है. उस पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2020 9:10 PM
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बिकरू गांव कांड : उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के चौबेपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिकरू गांव कांड में कुख्यात अपराधी विकास दुबे के साथ मिलकर पुलिस वालों पर गोलियां बरसाने वाला मेन गनर गिरफ्तार कर लिया गया है. मीडिया में आ रही खबरों के अुनसार, चौबेपुर क्षेत्र के कुख्यात अपराधी विकास दुबे के गनर अखिलेश दीक्षित को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. अखिलेश को चौबेपुर से गिरफ्तार किया गया है. उस पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.

बिल्हौर सीओ संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बिकरू गांव कांड की विवेचना के दौरान अखिलेश का नाम सामने आया था. वह रूरा (कानपुर देहात) के गुटैया का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि वह अधिकतर समय विकास के साथ ही रहता था. जिस दिन बिकरू गांव में विकास दुबे ने पुलिसकर्मियों पर गोली दागने वाली वारदात अंजाम दिया था, उस रात अखिलेश भी विकास के साथ मौजूद था. उसने अपनी राइफल से पुलिसकर्मियों पर करीब 30-40 राउंड गोलियां चलाकर उनकी हत्या की थी.

बिल्हौर सीओ ने बताया कि अखिलेश की निशानदेही पर जंगल से उसकी लाइसेंसी राइफल बरामद कर ली गयी है. फरारी के दौरान कई शहरों में छिपने के साथ ही वह चित्रकूट में भी छिपा था. सीओ ने बताया कि अखिलेश पिछले साल पत्नी की हत्या में जेल गया था. इसी साल जून में वह जमानत पर छूटकर बाहर आया था. तभी से वह विकास दुबे के साथ साये की तरह घूमता था. जमानत करवाने में विकास ने उसकी मदद की भी थी.

बिकरू कांड की एसआईटी ने जांच की पूरी

उधर, मीडिया में खबर यह भी है कि कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड में अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी जांच पूरी कर ली है. एसआईटी के अधिकारी इसकी रिपोर्ट तैयार करने में जुट गए हैं, जिसे जल्द सरकार को सौंप दिया जाएगा. सूत्रों के हवाले से मीडिया में दी गयी खबर के अनुसार, एसआईटी की जांच में तत्कालीन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं.

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Posted By : Vishwat Sen

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