UPPCL PF Scam: विधानसभा चुनाव के बीच सीबीआई ने 3 IAS के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति राज्य सरकार से मांगी
यह मामला उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL/यूपीपीसीएल) में 22 अरब रुपए के प्रोविडेंट फंड के घोटाले से जुड़ा हुइा है. ऊर्जा विभाग में हुए इस पीएफ घोटाले के समय आईएएस संजय अग्रवाल, आलोक कुमार और अपर्णा यू के खिलाफ जांच की जा रही है.
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज रहा है. सीबीआई ने इसी बीच तीन आईएएस अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति राज्य सरकार से मांगी है. यह मामला उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL/यूपीपीसीएल) में 22 अरब रुपए के प्रोविडेंट फंड के घोटाले से जुड़ा हुइा है. ऊर्जा विभाग में हुए इस पीएफ घोटाले के समय आईएएस संजय अग्रवाल, आलोक कुमार और अपर्णा यू के खिलाफ जांच की जा रही है.
17 लोगों को जेल भेजा
बता दें कि यूपीपीसीएल में हुए 22 अरब के पीएफ घोटाले में सीबीआई ने हाल ही में दो और आरोपियों को नोटिस भेजा है. पांच दिन पहले पूर्व एमडी एपी मिश्र को जमानत मिलने के बाद सीबीआई ने इस मामले में फिर से तेजी दिखाते हुए कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है. इस घोटाले में ईओडब्ल्यू और सीबीआई ने 17 लोगों को जेल भेजा था.
ब्रोकरेज फर्म के एजेंट और सीए भी चुके हैं नप
सीबीआई से पहले 2019 में ईओडब्ल्यू इस घोटाले की जांच कर रहा था. ईओडब्ल्यू ने ही इस मामले में पूर्व एमडी एपी मिश्रा, निदेशक वित्त सुधांशु त्रिवेदी और पीके गुप्ता को जेल भेज दिया था. इस मामले की जांच बढ़ने के साथ ही कई और खुलासे हुए थे. जांच में घोटाले के तार ब्रोकरेज फर्म के एजेंट और सीए से भी जुड़े मिले थे.