Jharkhand News, गढ़वा न्यूज (विनोद पाठक) : झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर-केतार मार्ग पर शुक्रवार की रात सिंघिताली गांव के समीप तीखे मोड़ पर एक तेज रफ़्तार से जा रही कमांडर गाड़ी पलट गयी. इस दुर्घटना में कमांडर पर सवार एक बच्चा सहित दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. मृतकों में दलेली निवासी मुरली उरांव एवं सात वर्षीय बच्चा उदय कुमार उरांव शामिल है, जबकि घायलो में विंध्याचल मिंज, विदेशी उरांव, उपेन्द्र कुमार, अंकित मिंज, अतीत मिंज, योगेन्द्र उरांव, मुरली उरांव, रीता देवी एवं कृष्ण उरांव के नाम शामिल है.
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों एवं पुलिस प्रशासन द्वारा मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को एंबुलेंस तथा निजी वाहनों से इलाज के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां चिकित्सकों द्वारा उदय कुमार को मृत घोषित कर दिया तथा अन्य घायलों का प्राथमिक उपचार के बाद मुरली उरांव, रीता देवी, कृष्ण उरांव तथा कमांडर जीप के चालक की नाजुक स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल गढ़वा रेफर कर दिया. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि उक्त कमांडर पर सवार सभी लोग यूपी के कोन थाना क्षेत्र के कटाईयादामर गांव से लड़की का छेंका कर कमांडर में सवार होकर मेराल थाना क्षेत्र के दलेली गांव स्थित अपने घर लौट रहे रहे थे.
बताया जा रहा है कि जब कमांडर गाड़ी भवनाथपुर पहुंची, तो सड़क पर खड़ी गणेशा नामक बस में पीछे से हल्की टक्कर हो गयी. टक्कर होने के बाद जीप चालक डर गया और कमांडर को तेज गति से भगाने लगा. जीप की गति इतनी तेज थी कि जैसे ही वह सिंघिताली गांव के पास तीखे मोड़ पर पहुंची, जीप अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गढ्ढे में जा गिरी. इसमें से एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि मुरली उरांव की मौत इलाज के दौरान सदर अस्पताल गढ़वा में हो गयी. इसके बाद दुर्घटना में घायल अन्य लोगों को इलाज के लिये अस्पताल में पहुंचाया गया.
कोरोना महामारी में इस समय जहां अपने लोग एक-दूसरे को छूना पसंद नहीं कर रहे हैं. वहीं दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे. चपरी मुखिया रामसूरत राम, झुमरी निवासी बैकुंठ राम, थाना के सअनि फिलिप टोपनो, मुनेश्वर विरोधी व पुलिस के जवानों ने दर्द से तड़प रहे घायलों को उठाकर निजी वाहन व एंबुलेंस में लादकर इलाज के लिए अस्पताल लाया. इसके बाद घायलों को एंबुलेंस से उतारकर अस्पताल के बेड तक पहुंचाया.
Posted By : Guru Swarup Mishra