Lucknow News: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर उतर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ‘कांफ्रेंस ऑफ पंचायत-2022’ कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने पंचायतों से अनुरोध किया कि भारत सरकार प्रति वर्ष उन्हें सम्मानित करती है. हालांकि, अब प्रथम अवार्ड उसे दिया जाएगा, जो पंचायत जीरो कार्बन फुटप्रिंट पर आधारित होगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हमें थर्मल एनर्जी के भरोसे रहने की कोई जरूरत नहीं है. इसीलिए हमारी सरकार ने तय किया है रिन्यूबल एनर्जी को प्राथमिकता देना है. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले चीन और अमेरिका ने पेरिस जलवायु समझौते से अपने को अलग कर लिया था लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से भारत रिन्यूबल एनर्जी को 100 गीगावाट तक ले आया है. इसके कारण चीन और अमेरिका भी अब भारत का समर्थन कर रहे है. इसके चलते भारत पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है.
पंचायती राज मंत्री ने कहा कि अर्थ ओवरशूट दिवस, प्रतिवर्ष उस तारीख को चिह्नित करता है, जब हम पृथ्वी द्वारा पूरे साल के लिए उपलब्ध कराए गए समस्त संसाधनों का उपभोग कर चुके होते हैं. यह संसाधन एक जनवरी को खत्म होने चाहिये लेकिन विकसित देशों के अत्यधिक प्रकृति दोहन के कारण यह सात महीने में ही खत्म हो जाता है. उन्होंने कहा कि देश के ड्राइंग रुम और गांवों की पंचायतों में इस पर बात होनी चाहिये. केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि दुनिया की लगभग 18 प्रतिशत जनसंख्या भारत में निवास करती है, जबकि दुनिया की केवल 2.4 फीसद जमीन, चार फी़सद पीने का पानी हैं लेकिन भारत की कार्बन उतसर्जन में सिर्फ 5 प्रतिशत की भागीदारी है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन का परिणाम भारत सहित पूरी दुनिया भोग रही है. इसके लिये भारत प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा दे रहा है.
उन्होंने ने कहा कि प्रधानमंत्री के पंचामृत के सूत्र के अलावा भारत ने इंटरनेशनल सोलर एलायंस पर एक समझौता किया है जिससे पूरे देश में रिन्यूबल एनर्जी का एक जाल बिछेगा. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के जीर्णोद्दार के खर्च के बजट में 288 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गयी है. भारत द्वारा राजस्थान के भड़ला सोलर पार्क की स्थापना उसके लक्ष्य की गंभीरता को दुनिया के सामने रखने का कार्य किया है. केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह 2014 की तुलना में भारत की सोलर एनर्जी में 1900 प्रतिशत की वृद्दि हुई है. उन्होंने कहा प्रति व्यक्ति 320 किग्रां कार्बन का उत्सर्जन करता है. इसलिये सभी पंचायतों को कार्बन उत्सर्जन रोकने के लिये सहजन या मोरिंगा, पीपल, नीम और जामुन का वृक्ष लगाना चाहिये.