13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

April Month Festivals 2022: अप्रैल महीने में चैत्र नवरात्रि सहित पड़ रहे हैं कई त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

April Month Festivals 2022: दो अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. रामनवमी 10 अप्रैल को मनायी जाएगी. इस दिन रात 12 बजकर 8 मिनट तक नवमी है. इसके अलावा, सुकर्मा योग और श्री वत्स्य योग भी है. इस कारण इस तिथि की महत्ता और बढ़ गई है.

April Month Festivals 2022: एक अप्रैल से चैत्र मास की शुरुआत हो रही है. यह हिंदू नववर्ष का पहला महीना होता है. इसी महीने से ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है. अप्रैल महीने में चैत्र नवरात्रि, रामनवमी, महावीर जयंती, बैसाखी, रमजान, हनुमान जयंती, गुड़ी पड़वा जैसे त्योहार भी मनाए जाएंगे.

अप्रैल महीने में पड़ने वाले त्योहार

  • एक अप्रैल- हिंदू नववर्ष का आरंभ

  • दो अप्रैल- चैत्र नवरात्रि की शुरआत

  • दो अप्रैल- गुड़ी पड़वा

  • तीन अप्रैल- माह-ए-रमजान की शुरुआत

  • तीन अप्रैल- झूलेलाल जयंती

  • चार अप्रैल- मत्स्य जयंती

  • चार अप्रैल- सरहुल पर्व

  • सात अप्रैल- चैती छठ

  • 10 अप्रैल- रामनवमी

  • 13 अप्रैल- महावीर जयंती

  • 14 अप्रैल- बैसाखी

  • 14 अप्रैल- सतुआनी

  • 15 अप्रैल- गुड फ्राइडे

  • 16 अप्रैल- हनुमान जयंती

  • 17 अप्रैल- ईस्टर संडे

Also Read: Health News: नवरात्र और रमजान के पाक माह में इन बातों का रखें ख्याल, आस्था के साथ सेहत पर ऐसे दें ध्यान
चैत्र नवरात्रि और रामनवमी

दो अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. रामनवमी 10 अप्रैल को मनायी जाएगी. इस दिन रात 12 बजकर 8 मिनट तक नवमी है. इसके अलावा, सुकर्मा योग और श्री वत्स्य योग भी है. इस कारण इस तिथि की महत्ता और बढ़ गई है. इसी दिन भगवान विष्णु का जन्म हुआ था. इसी दिन मानस जयंती का उत्सव भी मनाया जाता है. 11 अप्रैल को दशमी है. इसी दिन नवरात्रि का समापन हो जाएगा. चैत्र नवरात्रि को वासंतिक नवरात्रि भी कहा जाता है.

Also Read: गीताप्रेस से प्रकाशित दुर्गा सप्तशती की नवरात्र में बढ़ जाती है मांग, यहां होती है सबसे ज्यादा बिक्री
गुड़ी पड़वा

दो अप्रैल को गुड़ी पड़वा मनाया जाएगा. इसे महाराष्ट्र में नये साल और नयी फसल की शुरुआत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. साथ ही, पौराणिक कथाओं में यह रावण पर भगवान राम की जीत, 14 साल के वनवास के बाद उनके राज्याभिषेक और भगवान राम ने बालि कर दक्षिण भारत के लोगों को उसके आतंक से मुक्त करवाने जैसे प्रतीक के रूप में मनाया जाता है.

मत्स्य जयंती

चार अप्रैल को मत्स्य जयंती है. ऐसा माना जाता है कि सतयुग में भगवान विष्णु ने चैत्र शुक्ला तृतीया को अपना पहला अवतार मत्स्य के रूप में लिया था. यह अवतार सृष्टि की रक्षा के लिए लिया गया था. चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीय को ही मत्स्य जयंती मनायी जाती है. इसी दिन मारवाड़ी समाज की महिलाओं का गणगौर तीज भी मनाया जाता है.

चैती छत

बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में पूर्वांचल संकृति के लोग छठ पर्व को धूमधाम से मनाते हैं. नेपाल के तराई इलाके में भी छठ का उल्लास रहता है. यह पर्व नवरात्रि की तर्ज पर वर्ष में दो बार मनाया जाता है. एक चैत्र माह और दूसरा कार्तिक माह में. इस वर्ष पांच अप्रैलको नहाय खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत होगी. सात अप्रैल को अस्ताचलगामी और आठ अप्रैल को उगते सूर्य को अर्ध देने के साथ ही यह महापर्व सम्पन्न हो जाएगा. मान्यता है कि छठ पर्व में सूर्योपासना करने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और परिवार को सुख- शांति धन-धान्य से सम्पन्न करती हैं.

माह-ए-रमजान

तीन अप्रैल से माह-ए-रमजान शुरू होने की संभावना है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है. कहां कितने दिनों का तरावी होगा और कौन हाफिज व कारी इसे पढ़ायेंगे, यह तय कर लिया गया है. माह-ए-रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है. इसमें रोजा रखने का महत्व है. इसी महीने में कुरान नाजिल किया गया था.

बैसाखी

बैसाखी 14 अप्रैल को मनायी जाएगी. इस दिन को सौर नव वर्ष की शुरुआत के रूप में भी जाना जाता है. इस दिन लोग अनाज की पूजा करते हैं और फरल के कटकर घर आ जाने की खुशी में भगवान और प्रकृति का धन्यवाद करते हैं. इसे असम में बिहू, बंगाल में नबा वर्षा, केरल में पुरम विशु के नाम से मनाया जाता है.

गुड फ्राइडे

ईसाई समाज में गुड फ्राइडे का खास स्थान है. इस दिन ईसा मसीह ने सलीब पर अपने प्राण त्यागे थे. गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के मानने वाले लोग गिरिजाघर यानी चर्च जाकर प्रभु यीशू को याद करते हैं. इस दिन चर्च में घंटा नहीं बजाया जाता है.

महावीर जयंती

13 अप्रैल को जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म उत्सव मनाया जाता है. जैन धर्म में तीर्थांकर का अभिप्राय उन 24 दिव्य महापुरुषों से हैं, जिन्होंने अपनी तपस्या से आत्मज्ञान को प्राप्त किया था. अपनी इंद्रियों और भावनाओं पर पूरी तरह से विजय प्राप्त की.

हनुमान जयंती

16 अप्रैल को हनुमान जयंती मनायी जाएगी. चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्म हुआ था. मान्यता है कि इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें