Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है. एटीएस ने संदिग्ध आतंकी अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया है. संदिग्ध के पास से एक फोन और डायरी मिली है. आतंकवाद निरोधक दस्ता द्वारा फोन और डायरी की जांच चल रही है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि डायरी में कई राज छिपे हुए हैं. जिनका खुलासा हो सकता है.
सूत्रों ने बताया कि पकड़ा गया अजहरुद्दीन को पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपने आतंकी संगठनों से युवाओं को जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई थी. संदिग्ध आतंकी के परिजन कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. गौरतलब है कि अजहरुद्दीन अलकायदा बर्र-ए-सगीर और जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़ा हुआ था.
जांच के दौरान सामने आया है कि पिछले साल 26 सितंबर को सहारनपुर से संदिग्ध आतंकी मदरसा संचालक लुकमान को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद एटीएस ने सहारनपुर निवासी कारी मुख्तार, मोहम्मद अलीम, हरिद्वार निवासी मुदस्सिर कामिल, शामली निवासी शहजाद, बांग्लादेशी नागरिक अलीनूर और झारखंड निवासी नवाजिश अंसारी को गिरफ्तार किया था.
जबकि एटीएस ने मुदस्सिर को नेपाल की सीमा से गिरफ्तार किया था. इस दौरान मुदस्सिर को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई. जहां उसने अपने साथी अजहरूदीन का नाम बताया था. जिसके बाद एटीएस की टीम ने अजहरुद्दीन को 31 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार कर लिया.
सहारनपुर के कुतुबशेर थानाक्षेत्र की एकता कालोनी निवासी अजहरुद्दीन पुत्र चिरागुद्दीन सड़कों पर हेलमेट और मच्छरदानी बेचता था. दोनों बाप बेटा का यह काम है. चिरागुद्दीन ने बताया कि उन्हें अपने बेटे के बारे में कुछ नहीं पता है. उनका कहना है कि मेरा बेटा बेकसूर है. तीन दिन पहले मुझे और अजहरुद्दीन को सहारनपुर की पुलिस लाइन में बुलाया गया था. जहां मेरे बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया.