गार्ड की मुस्तैदी से सहकारी बैंक से 146 करोड़ रुपये चुराने की कोशिश नाकाम, बैंक मैनेजर समेत 4 निलंबित
शुरुआती जांच में बैंक के मैनेजर मेवालाल व कैशियर विकास कुमार सहित चार लोगों को निलंबित कर दिया गया है. सहायक प्रबंधक अजय कुमार और गार्ड विजय बहादुर मौर्य को भी निलंबित कर दिया गया है. साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया गया था. 146 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया.
Cyber Fraud 146 Cr: यूपी की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित सहकारी बैंक (Uttar Pradesh Cooperative Bank Limited) के खातों से 146 करोड़ रुपये चोरी करने की कोशिश का मामला सामने आया है. शुरुआती जांच में बैंक के मैनेजर मेवालाल व कैशियर विकास कुमार सहित चार लोगों को निलंबित कर दिया गया है. सहायक प्रबंधक अजय कुमार और गार्ड विजय बहादुर मौर्य को भी निलंबित कर दिया गया है. दरअसल, बैंक के अधिकारियों ने सोमवार को साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया था. 146 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया.
7 से 8 खातों से पैसा निकलने की हुई कोशिश
पुलिस ने भी बिना देरी किए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. पुलिस बैंक के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच कर रही है. परिसर आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. बैंक के ग्राहक बाहर से ही लौटाये जा रहे हैं. 7 से 8 खातों से पैसा निकलने की बात कही जा रही है. हालांकि, इस संबंध में कोई भी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हो रहा है. बताया जा रहा है कि पूर्व मैनेजर आरएस दुबे और कुछ अन्य लोग भी शनिवार रात मौके पर मौजूद थे. बैंक के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में विभागीय जांच कर रहे हैं. जिलाधिकारी आवास के पास स्थित सहकारी बैंक में शनिवार को छुट्टी के बाद कुछ कर्मचारी और दो अज्ञात लोग अंदर मौजूद थे. रात को बैंक के सुरक्षाकर्मी शैलेंद्र शर्मा ने उन्हें देखा तो उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई. इसके बाद सभी उसे धमकी देने लगे. सुरक्षाकर्मी ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी तो वे वहां से भाग निकले. हालांकि, साइबर पुलिस को इस बारे में विस्तार से जानकारी तुरंत दे दी गई. मामला दर्ज होते ही खाते से निकाली गई रकम को फ्रीज करा दिया गया.
बैंक के अधिकारी कर रहे विभागीय जांच
मंगलवार को इस बारे में पूछताछ करने के लिए DIG साइबर क्राइम यूपी एन. कुलांची सहकारी बैंक पहुंचे. वहां उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम करते हुए 146 करोड़ रुपये चुराने का प्रयास किया गया था. मगर समय रहते ही रुपया फ्रीज कर दिया गया. पूरे मामले की बैंक अधिकारी जांच कर रहे हैं. दो-तीन दिनों में पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि बैंक के ग्राहकों का रुपया पूरी तरह से सुरक्षित है. बैंक की विभागीय जांच में जो खामियां पाई जाएंगी उसके आधार पर भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए योजना बनाई जाएगी.