आयुष कॉलेज के 6 हजार विद्यार्थियों की राह का रोड़ा बने निलंबित छात्र, अब तक जारी नहीं हुई उपस्थिति पंजी

आयुष कॉलेज में फर्जी तरीके से प्रवेश पाने वाले छात्रों के निलंबन के बाद अब 6000 छात्रों की राह भी मुश्किल हो गई है. निलंबित 891 छात्रों की सूची ना मिल पाने के कारण महायोगी गुरु गोरखनथ आयुष विद्यालय 6,000 छात्रों की उपस्थिति पंजी नहीं जारी कर पा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2022 3:28 PM

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेज में फर्जी तरीके से प्रवेश पाने वाले छात्रों के निलंबित के बाद अब 6000 छात्रों की राह भी मुश्किल हो गई है. निलंबित 891 छात्रों की सूची ना मिल पाने के कारण महायोगी गुरु गोरखनथ आयुष विद्यालय 6,000 छात्रों की उपस्थिति पंजी नहीं जारी कर पा रहा है, जिसके बाद से विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने आयुष सेवा के निदेशक को दोबारा पत्र भेजकर निलंबित छात्रों की सूची मांगी है.

नीट 2021 की मेरिट में जिन अभ्यर्थियों का नाम नहीं था उनका भी दाखिला आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक (Homeopathy) और यूनानी कॉलेजों में कर दिया गया था. नवंबर माह में आयुष कॉलेजों में प्रवेश के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आने पर यह जानकारी हुई थी. महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलसचिव आरबी सिंह ने बताया कि फर्जीवाड़ा कर प्रवेश लेने वाले 891 छात्रों को पहले ही निलंबित कर दिया गया है. इन छात्रों की सूची मांगी गई थी दोबारा सूची के लिए आयुर्वेद सेवा के निदेशक को पत्र भेजा गया है.

सूची नहीं आने के कारण कॉलेजों में पंजीकृत तकरीबन 6000 छात्रों की उपस्थिति पंजी नहीं जारी हो पा रही है. उत्तर प्रदेश के 104 सरकारी और निजी कॉलेजों में आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी की 7338 सीटें हैं. पंजीकरण फॉर्म भरने के दौरान यह पता चला कि 891 छात्रों ने गलत तरीके से प्रवेश लिया है.

उसमें यह भी जानकारी हुई कि कम मेरिट वाले कई छात्रों को अच्छे कॉलेजों में प्रवेश दे दिया गया. इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अफसरों पर कार्रवाई भी हुई है उत्तर प्रदेश में इस बार 85 कॉलेजों को मान्यता मिलनी है.

रिपोर्टर– कुमार प्रदीप, गोरखपुर

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