Agra News: बिजली घर से ऑटो में बैठी महिला के साथ ऑटो चालक और उसके दोस्त ने की टप्पेबाजी
महिला को उसके गंतव्य तक ले जाने के बहाने ऑटो में बैठाया जिसके बाद उसे एक सूनसान जगह ले गए जहाँ उसे नशीली दवा सूंघाई जिसके बाद महिला के गहने और नकदी लेकर आरोपी फरार हो गए और महिला को रामबाग छोड़कर भाग गए.
Agra News: ताजनगरी में एक बुजुर्ग महिला के साथ ऑटो चालक और उसके साथी ने टप्पेबाजी की वारदात को अंजाम दे दिया. महिला को उसके गंतव्य तक ले जाने के बहाने ऑटो में बैठाया जिसके बाद उसे एक सूनसान जगह ले गए जहाँ उसे नशीली दवा सूंघाई जिसके बाद महिला के गहने और नकदी लेकर आरोपी फरार हो गए और महिला को रामबाग छोड़कर भाग गए. महिला ने रामबाग चौकी पुलिस से शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने तहरीर लेकर दो दिन बाद आने की बोला है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 55 वर्षीय बुजुर्ग महिला उर्मिला देवी पत्नी प्रेम नारायण निवासी रामपुर थाना निबोहरा फतेहपुर सीकरी स्तिथ अपनी बहन के घर से वापस जा रही थी. इस दौरान वह बोदला चौराहे से ऑटो में बैठी और उसने महिला को बिजलीघर चौराहे पर उतार दिया. जहाँ उनसे एक अन्य ऑटो चालक ने जाने के लिए पूछा तो महिला ने उसे फतेहाबाद जाने की बोला. ऑटो चालक के फतेहाबाद चलने की हामी भरने का बाद महिला उसमें बैठ गयी.
महिला ने बताया कि ऑटो चालक मुझे रामबाग की तरफ ले जाने लगा तो मैंने पूछा कि रामबाग क्यों जा रहे हो, तो वह कहने लगा कि मुझे और मेरे दोस्त को रामबाग पर कुछ काम है उसके बाद आपको फतेहाबाद छोड़ देंगे. जिसके बाद ऑटो चालक ने महिला को एक रूमाल दिया और कहा कि आप अपना पसीना पोछ लो. महिला का कहना है कि रूमाल चेहरे पर घुमाने के बाद ऑटो चालक ने उससे कहा कि मुझे 2500 रुपये दे दो मैं खाना खाने जा रहा हूं. इसके बाद उन दोनों लोगों ने मुझसे मेरी सोने को चैन, दो अंगूठी उतरवाली और बोले कि अभी आ रहे हैं फिर ऑटो लेकर चले गए. जिसके बाद मैंने करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार किया और जब कोई नहीं आया तो मैं रामबाग चौकी पहुँची और पुलिस को जानकारी दी.
महिला के देहते शुभम को जब घटना की जानकारी मिली तो वह रामबाग चौकी पर आ गया. उसका कहना है कि पुलिस उसकी नानी को लेकर उनके बताए गए घटना स्थल पर लेकर पहुँची लेकिन उसकी नानी सही से घटनास्थल की पहचान नहीं कर पा रहीं थी जिसके बाद पुलिस ने उनसे दो दिन बाद आने की कहा है. और उन्होंने पुलिस घटना की तहरीर दे दी है.
रिपोर्ट: राघवेंद्र गहलोत