लखनऊ : राम जन्मभूमि के पांच अगस्त को होनेवाले भूमिपूजन के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. देश के हर कोने से राम मंदिर भूमि पूजन के लिए लोग अपने भी योगदान देना चाहते हैं. इसी कड़ी में राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले इकबाल सक्का ने अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर के लिए सोने की ईंट, घंटा और दो खड़ाऊं बनाया है. इकबाल अपनी तीनों कृतियों को राम मंदिर को भेंट करना चाहते हैं. इकबाल ने तीनों कलाकृतियों को राम मंदिर में स्थान दिलाने को पीएम मोदी को एक पत्र भी लिखा है.
मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर की छठी पीढ़ी के वंशज राजकुमार याकूब हबीबुद्दीन तुसी ने मंदिर निर्माण के लिए सोने की ईंट देने का प्रस्ताव दिया है. वह यह ईंट स्वयं मोदी को सौंपना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मई के अंतिम सप्ताह में दिल्ली से 1.80 करोड़ रुपये की लागत से उन्होंने इस सोने की ईंट का निर्माण कराया है.
रामेश्वरम की पवित्र मिट्टी को सोना जड़ित खड़ाऊ में भरकर स्पीड पोस्ट के जरिये अयोध्या भेजा गया है. इससे पहले यहां अग्नि तीर्थ तट पर एक खास प्रकार की पूजा की गयी. अग्नि तीर्थ के बारे में मान्यता है कि यही वह स्थान है जहां भगवान राम और सीता ने लक्ष्मण के साथ भगवान शिव की प्रतिमा बनायी थी.
श्रीराम की जन्मभूमी अयोध्या में राममंदिर निर्माण के भूमिपूजन और शिलन्यास की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. देश के प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी आगामी 5 अगस्त को मंदिर का शिलन्यास करेंगे. मंदिर के शिलन्यास को लेकर शिव की नगरी काशी में भी लोगों के बीच काफी उमंग है. अयोध्या में जब मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा तो काशी का नाम भी हमेसा के लिए मंदिर की नींव से जुड़ जाएगा. राममंदिर की नींव में काशी से भेजे जा रहे सोने के शेषनाग सहित कुल 5 सामग्री विराजित होंगे