Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है. इसे लेकर देश भर में उत्साह का माहौल है. कई लोग ऐसे भी है जो अपने घरों से अयोध्या के लिए पैदल निकल चुके है. ऐसा करने वाले कई हिंदू तो आपको दिख ही जाएंगे साथ ही कई मुसलमान भी भगवान राम के प्रति अपनी आस्था दिखाते हुए राम मंदिर के लिए निकल चुके है. लेकिन, आगरा से जो दो लोग पैदल निकले है अयोध्या मंदिर के लिए उनकी कहानी अलग ही है. सामाजिक समरसता की मिशाल पेश करते हुए दो दोस्त आगरा से अयोध्या के लिए पैदल ही रवाना हुए है. खास बात यह है कि दोनों दोस्तों में एक हिंदू है और दूसरा मुसलमान है.
दोनों का कहना है कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह तक उनकी अयोध्या पहुंचने की योजना है. ताजनगरी आगरा के उस्मान अली (30) और प्रिंस शर्मा सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करते अयोध्या के लिए पैदल निकल पड़े हैं और इन दोनों दोस्तों को लोग दुआएं और आशीर्वाद दे रहे हैं. उस्मान और प्रिंस का कहना है कि इस समय पूरा देश राममय हो रहा है. दोनों ने कहा कि केवल हिन्दुओं में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह नहीं है, बल्कि मुस्लिम भी इससे खुश हैं.
उस्मान अली और प्रिंस शर्मा ने बताया कि वे राम नाम के सहारे 480 किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे और इसके बाद भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे. दोनों दोस्तों के हाथों में भगवा ध्वज और पीठ पर राम मंदिर की तस्वीर है. लोगों के पूछने पर उस्मान अली ने कहा ,‘‘भगवान श्रीराम सबके हैं. मुझे मुस्लिम होने पर गर्व है. लेकिन श्रीराम की पूजा के लिए हिंदू होना जरूरी नहीं. इंसान का दिल साफ होना जरूरी है. राम जी सिर्फ भारत के नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के हैं.’’ उस्मान अली ने बताया कि उनकी पत्नी समीरा खातून ने भी उनका मनोबल बढ़ाया है.
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नई अयोध्या में अब कभी कर्फ्यू नहीं लगेगा, बल्कि राम नाम संकीर्तन होगा. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अब यहां कभी गोली नहीं चलेगी, बल्कि रामभक्तों को लड्डू के गोले मिलेंगे. उन्होंने 1990 में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार द्वारा कारसेवकों पर गोली चलाने के आदेश के संदर्भ में यह बात कही है. उन्होंने बताया कि अब अयोध्या में कोई पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी परिक्रमा रोकने का साहस नहीं करेगा.