प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सेना के हेलीकॉप्टरों ने नवनिर्मित रामजन्मभूमि मंदिर पर पुष्प वर्षा की. अयोध्या राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर देशभर में रामोत्सव मनाया जा रहा है.
प्राण-प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक भाषण दिया. उन्होंने इस अवसर पर कहा, हमारे रामलला अब टेंट में नहीं, बल्कि भव्य मंदिर में रहेंगे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, अयोध्या धाम में श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अलौकिक क्षण हर किसी को भाव-विभोर करने वाला है.
इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरा परम सौभाग्य है. जय सियाराम !
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद मोदी ने भगवान राम को साष्टांग प्रणाम किया.
सुनहरी रंग का कुर्ता, क्रीम रंग की धोती और उत्तरीय पहने प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर तक पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया.
प्रधानमंत्री इस दौरान अपने हाथ में लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ चांदी का एक छत्र भी लेकर आए थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से संबंधित अनुष्ठान किए.
राम लला की पूता करते पीएम मोदीदोपहर साढ़े बारह बजे (12-29) बजे रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गयी.
गर्भगृह से मोदी करीब 8,000 लोगों को संबोधित करने के लिए एक अन्य स्थान की ओर गए. इन लोगों में संत, राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोग और मनोरंजन, खेल तथा उद्योग जगत की हस्तियां शामिल रहीं.
प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कुबेर टीला स्थित शिव मंदिर में पुजा अर्चना की. उसके बाद जटायु की मूर्ति पर फूल अर्पित किए. वह राम मंदिर के निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों से भी बातचीत की और उनपर फूलों की वर्षा की.