Ayodhya: सरयू तट पर रामायण मेला आज से, सीएम योगी करेंगे उद्घाटन, राम विवाह उत्सव होगा बेहद खास
इस वर्ष रामायण मेला में राम विवाह का उत्सव बेहद खास होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम में चार दिन पारंपरिक तरीके से राम जी का विवाह कराने का निर्णय किया गया है.
Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) आज रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में रामायण मेला (Ramayan Mela) का उद्घाटन करेंगे. सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में 41वां रामायण मेला 30 नवंबर तक जारी रहेगा. इसके समापन समारोह की मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) होंगी. रामायण मेला में राम विवाह उत्सव का भी आयोजन किया जाएगा. इस बार रामायण मेला बेहद भव्य तरीके से आयोजित किया जा रहा है.
मेला में हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की 10 दिवसीय प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है. प्रदर्शनी में एक जनपद एक योजना के कई स्टॉल लगाए गए हैं. वहीं आयोजन के दौरान रामायण चित्र वीथिका (पेंटिंग), रामायण युगीन परिधानोत्सव (फैशन शो) और लोकनृत्य प्रतियोगिता को लेकर भी लोगों में उत्सुकता है.
मेला कार्यक्रम में आज राम बाजार राम बाजार का शुभारंभ किया जाएग, जिसमें 60 दुकाने लगायी गई हैं. इस बाजार में खादी व हथकरघा मंत्रालय की 20 व ओडीओपी की 10 दुकानें शामिल हैं. वहीं तीन दिवसीय राम विवाह का आयोजन अवध विश्वविद्यालय एवं झुनझुनवाला स्नातक महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होगा.
चार दिवसीय रामायण मेला में होंगी ये प्रस्तुतियां
चार दिवसीय रामायण मेला में रामलीला, संगीत एवं प्रवचन के अनेक सत्र संयोजित किए गए हैं. पहले दिन राजकुमार झा पखावज वादन, कल्पना एस वर्मन लोक गायन एवं प्रख्यात गायिका अनुराधा पौडवाल भजन की प्रस्तुति देंगी. मेला की दूसरी शाम पवन पांडेय के लोक गायन, शर्मिष्ठा मित्रा की नृत्य नाटिका एवं संजोली पांडेय के अवधी गायन से सजेगी. मेले की तीसरी शाम रमेश कुमार सुदर्शन के गायन, शुचि द्विवेदी की नृत्य नाटिका एवं तृप्ति शाक्या की भजन प्रस्तुति से गुलजार होगी. आखिरी शाम राकेश श्रीवास्तव के जादू, शबीना सैफी, अनुमेहा गुप्ता, विजय अग्निहोत्री तथा सुरभि सिंह की प्रस्तुति से सजेगी। मेला की प्रथम बेला रामलीला की प्रस्तुति से सजेगी.
इस वर्ष रामायण मेला में राम विवाह का उत्सव बेहद खास होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम में चार दिन पारंपरिक तरीके से राम जी का विवाह कराने का निर्णय किया गया है.
चार दिवसीय कार्यक्रम इस तरह होंगे
पहले दिन-
माता सीता का गौरी पूजन
फूल बगिया में सीता जी का राम जी को देखना और सखियों द्वारा संवाद।
गौरी पूजन, धनुष टूटना, रावण उपहास, रावण बाणासुर संवाद, परशुराम आगमन, परशुराम लक्ष्मण संवाद, स्वयंवर गीत.
दूसरे दिन
राम लखन जी का गुरु विश्वामित्र जी की आज्ञा के बाद दशरथ जी से मिलना, बारात आगमन गीत, द्वार पूजा, मिथिला की गारी, परछावन, बारातियों का उपहास, विवाह मंडप आगमन, विवाह गीत, वर पूजन, दोनों कुल का वंशावली वर्णन, कन्यादान, पाव पूजन, पाणिग्रहण, सिंदूरदान, सप्त पद गीत, भावर फेरे गीत, विवाह सखियों के द्वारा परिहास मजाक उड़ाना, लोकाचार गीत.
तीसरे दिन
राम कलेवा, समधी मिलन, सब को विदाई देकर संतुष्ट करना भोजन मजाक, जनकपुर से डोम और डोमिन राम जी अपने थाली में से भोजन देते हुए धूम द्वारा गीत गाना.
चौथे दिन
प्रेम वस बारातियों का लगभग एक महीना मिथिला में रुकना, विदाई रस्म, विदाई गीत, सुरैया जी द्वारा राम जी को समझाना, अंगूठी की रस्म, समस्त जनकपुरी प्रसन्न होकर बारातियों का विदाई करना अयोध्या में सीता जी का आगमन के बाद पूजन परछावन एवं अयोध्या में उत्सव गीत.
प्रबुद्ध जन सम्मेलन में हर घर से एक व्यक्ति को लाने की तैयारी
अयोध्या दौरे के दौरान मुख्यमंत्री जीआईसी परिसर में कई विकास योजनाओं का लोकार्पण-शिलाान्यास करने के अलावा प्रबुद्ध जन सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे. भाजपा ने इस आयोजन के लिए खास तैयारी की है. नगर निगम क्षेत्र हर घर से एक व्यक्ति को जनसभा में लाने का पार्टी ने लक्ष्य रखा है. इसलिए मण्डल स्तर पर प्रभारी बनाये गये हैं. प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में 50 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें नगर निगम क्षेत्र से 25 हजार व नगर पालिका, नगर पंचायत क्षेत्र से 25 हजार की संख्या जनसभा में आयेगी.