Kanpur News: पुलिस कस्टडी में बलवंत की मौत के मामले में पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी है. इस बीच कैबिनेट मंत्री राकेश सचान मृतक के घर पहुंचे, जहां वे पीड़ित परिजनों में मिले, और परिजनों को 10 लाख रुपये का चेक सौंपा. वहीं घटना से जुड़े आरोपितों में एसओजी के दो सिपाहियों को गिरफ्तार करके देर रात जेल भेजा गया है.
दरअसल, बलवंत सिंह की हत्या के मामले में सांसद और मंत्री सरैया गांव पहुंचे. इस दौरान सांसद देवेंद्र सिंह भोले पट्टे की कार्रवाई न होने पर भड़क गए. उन्होंने मंत्री राकेश सचान के सामने डीएम से अब तक मजिस्ट्रेटी जांच न शुरू होने पर नाराजगी जताई. सांसद ने कहा कि यहां पर भ्रष्टाचार चरम पर है. हर काम के लिए पैसा चाहिए. वहीं उन्होंने डीएम के पीछे खड़े एसडीएम की ओर इशारा करते हुए कहा कि मुझे अफसोस है कि आपके पीछे खड़ा अफसर बेईमान है.
वहीं इस पूरी वार्तालाप का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. घटना से जुड़े आरोपितों में एसओजी के दो सिपाहियों को गिरफ़्तार करके देर रात जेल भेजा गया है. सरैया गांव पहुँचे कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने डीएम की उपस्थिति में मृतक बलवंत के पिता को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा, तो पिता फफक कर रो पड़े और बिलखते हुए मां गश खाकर गिर पड़ी.
वहीं मृतक की पत्नी ने मंत्री राकेश सचान से न्याय की गुहार लगाई है. मंत्री ने परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. बता दें कि, जब मंत्री और सांसद म्रतक के परिजनों से मुलाकात कर रहे उस वक्त पता चला कि अभी तक पट्टे नहीं मिले हैं. ये बाद सुनते ही सांसद अधिकारियों पर भड़क गए. उन्होंने नाराजगी जताई और डीएम से कहा कि भ्रष्टाचार चरम पर है. इसलिए यह हालात बनी हुई है. कई बार कहा जा चुका लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा.
रनिया थाने में हुई बलवंत की हत्या के मामले में एसओजी के दो और सिपाही गिरफ्तार कर लिए गए हैं. जिन्हें मेडिकल कराकर देर रात जेल भेज दिया गया है. बता दें कि इससे पहले एसओजी प्रभारी प्रशान्त गौतम को गिरफ्तार किया गया था. अब मामले की जांच में सामने आए एसओजी के दो सिपाही सोनू कुमार और दुर्वेश कुमार को शनिवार की देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया, और उन्हें मेडिकल के बाद न्यायिक हिरासत में जज के आवास में पेश किया गया और फिर देर रात जेल भेज दिया गया. बता दें कि एसओजी पर ही बलवंत को उठाकर रनिया थाने ले जाने का आरोप है.
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रिपोर्ट- आयुष तिवारी, कानपुर