Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर के अंदर दीवारों पर भगत सिंह मोर्चा छात्र संगठन के नाम से ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक स्लोगन लिखे गए हैं. आश्चर्य की बात ये है कि भगत सिंह मोर्चा छात्र संगठन ने इस तरह की किसी भी प्रकार की गतिविधि में संलिप्त होने से इंकार किया है. उनका कहना है कि ये सब उनके छात्र संगठन को बदनाम करने की साजिश है. फिलहाल, छात्र संगठन की शिकायत पर पुलिस ने इन नारों को मिटाना शुरू कर दिया है.
बीसीएम के सदस्यों का कहना है कि इस तरह के नारे लिखने का आरोप बेहद गलत है. हमने इसकी शिकायत बीएचयू प्रशासन और जिला प्रशासन से भी की है. ये उन्हीं लोगों की साजिश हो सकती है जो लोग अंबेडकर जयंती मनाने और ब्राह्मणवाद के खिलाफ बोलने की वजह से पिछले कुछ दिनों से बीसीएम के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर रहे हैं. इन लंपट छात्रों के खिलाफ लंका थाने में तरीर दी जा चुकी है.
इससे वे घबराकर इस तरह की तुच्छ हरकत कर बीसीएम को बदनाम करना चाहतें हैं. यही नहीं BCM का एक डिजिटल पोस्टर भी वायरल हो रहा है, जिस पर लिखा है कि 28 अप्रैल को शाम 5 बजे लंका गेट पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. पोस्टर में लिखा है कि अंबेडकर जयंती मनाने और ब्राह्मणवाद के खिलाफ नारे लगाने के कारण बीसीएम के सदस्यों के साथ की जा रही मारपीट, अपहरण और धमकी के खिलाफ प्रतिरोध सभा की बुलाई जा रही है.
पोस्टर में लिखा है कि बीएचयू और जिला प्रशासन अपराधी छात्रों को संरक्षण देना बंद करो. अभी तक अपराधी छात्रों पर मुकदमा दर्ज और गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. पुलिस प्रशासन जवाब दो. फिलहाल, इस तरह के कृत्य कौन कर रहा है ये तो पुलिस जांच के बाद ही पता चल पाएगा, लेकिन बीएचयू कैम्पस में आये दिन इस तरह की गतिविधियां शैक्षणिक माहौल खराब करने के लिए पुरी तरह से जिम्मेदार हैं. आपत्तिजनक नारो में लिखा गया ‘BCM ने ठाना है BHU को ब्राह्मण मुक्त बनाना है’ कश्मीर तो झांकी है, अभी पूरा भारत बाकी है. RSS खबरदार.’ बीएचयू प्रशासन व पुलिस प्रशासन को इसपर जांच कर तत्काल दोषियों पर सख्त करवाई करनी चाहिए.
रिपोर्ट- विपिन सिंह