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UP News: बरेली की आबोहवा फिर हुई जहरीली, खराब स्थिति में आया AQI, जानें खुद को कैसे रखें सुरक्षित…

शहर का एक्यूआई बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर काफी असर पड़ रहा है. ऐसे में घरों से निकलने में एहतियात बरतने की जरूरत है. लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है. डॉक्टर मास्क लगाकर घर से निकलने की सलाह दे रहे हैं. क्योंकि, बरेली में सांस के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2022 3:26 PM

Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली की आबोहवा एक बार फिर जहरीली हो गई है. बरेली का एक्यूआई खराब स्थिति में है, जिसके चलते लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है. धूल और धुएं का मिश्रण हवा को जहरीला कर रहा है. इससे सबसे अधिक बुजर्ग और बच्चे प्रभावित हैं. शहर के सिविल लाइंस, राजेंद्रनगर, और सुभाषनगर का एक्यूआई बढ़ा है.

इस तरह बिगड़ रही शहर की सेहत

शहर की तमाम सड़क खुदी पड़ी हैं, तो वहीं कुतुबखाना ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है. जिसके चलते उड़ती धूल,वाहनों के धुएं ने हवा को जहरीला किया है. बरेली का रविवार दोपहर एक्यूआई बढ़कर खराब स्थिति में आ गया है. बरेली का वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई (क्वालिटी इंडेक्स) 150 हो गया. शहर के सिविल लाइंस का एक्यूआइ 152, राजेंद्रनगर का एक्यूआई 151 और सुभाषनगर का एक्यूआई 147 हो गया है.

इसके साथ ही पीएम 2.5 सिविल लाइंस का 57, राजेंद्र नगर का 56 और सुभाषनगर का 54 है, जो काफी बताया जा रहा है. शहर का पीएम 10 सिविल लाइंस का 115, राजेंद्र नगर का 123 और सुभाषनगर का 122 हो गया है. बरेली शहर की हवा का एक्यूआई बढ़ने से हवा जहरीली हो गई है. अगर, यहीं हालत रही तो बरेली का एक्यूआई दिल्ली और नोएडा की स्थिति में आ जाएगा.शनिवार रात बरेली का एक्यूआई 234 था, बेहद खतरनाक है.

घर से निकलने पर लगाएं मास्क

शहर का एक्यूआई बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर काफी असर पड़ रहा है. ऐसे में घरों से निकलने में एहतियात बरतने की जरूरत है. लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है. डॉक्टर मास्क लगाकर घर से निकलने की सलाह दे रहे हैं. क्योंकि, बरेली में सांस के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है.

सांस, अस्थमा के बढ़े मरीज

एक्यूआई बढ़ने से सांस की बीमारी और अस्थमा हो सकता है. इसलिए फेफड़ों की मजबूती के लिए भुजंगासन यानी कोबरा योग करें. इस योग के अभ्यास से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं. धनुरासन योग भी अच्छा है. इससे फेफड़े साफ होते हैं. सुखांगसन योग से फेफड़ों के कार्य को बढ़ावा मिलता है. एक्यूआई बढ़ने से बरेली में सांस और अस्थमा के मरीज बढ़ रहे हैं.

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यह होना चाहिए एक्यूआई

0 से 50 एक्यूआई है, तो यह बहुत अच्छी बात है. इससे सेहत पर कम असर होता है. 51-100 एक्यूआई भी ठीक है. लेकिन, संवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत हो सकती है. 101 के बाद ठीक नहीं है. 101 से 200 एक्यूआई से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है. 201-300 एक्यूआई काफी खराब है. लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर किसी को भी सांस में दिक्कत होना तय है. 301-400 एक्यूआई बहुत खराब है. लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर सांस की बीमारी का खतरा होता है. 401-500 एक्यूआई सबसे अधिक खतरनाक है. इंसान की सेहत पर सबसे अधिक खराब होती है.

आंखों पर लगाएं चश्मा

एक्यूआई बढ़ने से आंखों को भी नुकसान हो सकता है. इसलिए आंखों पर चश्मा लगा लें. इससे आंख सुरक्षित रहेंगी.

रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली

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