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Explainer: बरेली कमिश्नर का केंद्र में नहीं हुआ है ट्रांसफर, जानें क्या होता है डेप्यूटेशन?

यूपी के एक सीनियर आईएएस ने बताया कि यूपी के 5 आईएएस समेत देशभर से 55 आईएएस का केंद्र में डेप्यूटेशन पर जाने को पात्र (सेलेक्ट) हुएं हैं. कभी अगर केंद्र की तरफ से बुलावा आता है तो यह सभी ज्वाइंट सेक्रेट्री के रूप में ज्वाइन कर सकते हैं. मगर इन 55 में से केंद्र को तय करना है कि किसको बुलाया जाए.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2022 5:20 PM

Bareilly News: केंद्र सरकार ने तीन दिन पूर्व यानी 26 अगस्त को यूपी समेत देश भर के 55 इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आईएएस) की इंपानेलैंड लिस्ट जारी की है. इसमें 2006 के क्वालीफाइंग 55 आईएएस के नाम हैं. बरेली की कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, बरेली के पूर्व डीएम अभिषेक प्रकाश, आईएएस सारिका मोहन, कौशल राज शर्मा और आईएएस प्रांजल यादव का नाम भी है. इस लिस्ट के वायरल होने के बाद बरेली की कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. समेत सभी पांच आईएएस के 8-10 दिन में ही केंद्र में प्रतिनियुक्ति (डेप्यूटेशन) पर जाने की अफवाह उड़ रही है. इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. मगर इस वायरल लिस्ट की हकीकत कुछ और ही है.

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डेप्यूटेशन के क्या हैं नियम?

यूपी के एक सीनियर आईएएस ने बताया कि यूपी के 5 आईएएस समेत देशभर से 55 आईएएस का केंद्र में डेप्यूटेशन पर जाने को पात्र (सेलेक्ट) हुएं हैं. कभी अगर केंद्र की तरफ से बुलावा आता है तो यह सभी ज्वाइंट सेक्रेट्री के रूप में ज्वाइन कर सकते हैं. मगर इन 55 में से केंद्र को तय करना है कि किसको बुलाया जाए. इनमें से दो-चार का ही बुलावा आता है. केंद्र से बुलावा आने के बाद भी राज्य सरकार भेजेगी तभी जा सकते हैं. अन्यथा नहीं. उन्होंने बताया कि अगर केंद्र बुलाए और राज्य सरकार भेजे. इसके बाद भी पात्र आईएएस की रजामंदी जरूरी होती है. अधिकारी की मंशा नहीं है तो भी नहीं जा सकते. इससे साफ है कि यूपी के सभी पांच आईएएस अभी यूपी के तैनाती स्थलों पर ही तैनात रहेंगे. इसमें बरेली की कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. भी शामिल हैं. हालांकि, केंद्र सरकार केंद्र में प्रतिनियुक्ति के नियमों में बदलाव करने की तैयारी कर रही है. इसका विरोध भी हो रहा है.

क्या है डेप्यूटेशन

एक विभाग से दूसरे विभाग में नियुक्ति को प्रतिनियुक्ति (डेप्यूटेशन) कहा जाता है. यह तीन साल के लिए होता है.

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रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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