Bareilly News: कुछ वर्ष पहले करोडों रुपये के कर्ज में डूबे बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) की आमदनी में निरंतर इजाफा हो रहा है. मगर, इस बार बीडीए उपाध्यक्ष (वीसी) जोगेंद्र कुमार के एक फैसले से 15 दिन में 05 करोड़ रुपये की कमाई हो चुकी है. इसके साथ ही इस कमाई में हर दिन इजाफा हो रहा है.
दरअसल, 1977 में स्थापित बीडीए काफी समय से कर्ज में डूबा था. बैंक की करीब 42.26 करोड़ों की देनदारी थीं. आर्थिक रूप से कमजोर बीडीए में विकास कार्य भी बंद हो गए थे, लेकिन कोरोना की पहली लहर आने से कुछ महीने पहले यानी अक्टूबर 2020 में बीडीए वीसी की जिम्मेदारी संभालने वाले जोगेंद्र सिंह ने अवैध कॉलोनियों की रोकथाम के लिए अनाधिकृत निर्माण पर बुल्डोजर चलाया. नए अवैध निर्माण एवं अनाधिकृत कालोनियों को चिन्हित कर सीलिंग एवं बुल्डोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की.
इससे अनाधिकृत निर्माणकर्ताओं ने प्राधिकरण कोष में शमन शुल्क जमा कराया. इस जमा धन से बीडीए की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ. इससे बीडीए ने देनदारियों को देने के साथ ही विकास कार्य भी कराने शुरू किए. जिसके चलते बीडीए में काम करने वाले ठेकेदारों की लंबी लाइन लगने लगी, लेकिन लंबे समय से नए ठेकेदारों की फर्म के पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) बंद थे.
मगर, अब बीडीए वीसी ने नई फर्म के रजिस्ट्रेशन खोले हैं. इस बार नए रजिस्ट्रेशन की फीस 50 हजार से बढ़ाकर 02 लाख रुपये की, लेकिन इसके बाद भी सिर्फ 15 दिन में 250 से अधिक नई फर्म के रजिट्रेशन हो चुके हैं. इससे बीडीए 05 करोड़ रुपये कमा चुका है. नए रजिस्ट्रेशन का सिलसिला लगातर चल रहा है. इस रकम से शहर के विकास कार्य हो सकेंगे.
बीडीए वीसी ने पुरानी काम करने वाली फर्म के रिन्युवल फीस में भी इजाफा किया है. यह 25 हजार से 01 लाख रुपये कर दी गई है.फर्म का रिन्युवल सिर्फ 01 वर्ष को होता है. मगर, कोई फर्म 03 वर्ष को रिन्युवल कराना चाहता है, तो उसको 03 लाख रुपये जमा करने का फैसला लिया गया है.
बीडीए ने शहर में करीब 125 अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया है. इसके साथ ही करीब दो हजार संपत्तियां बेचकर और विकास शुल्क वसूलकर पांच सौ करोड़ से अधिक की आय भी अर्जित की है. इससे बीडीए 400 करोड़ की एफडी करा चुका है.
बरेली विकास प्राधिकरण के वीसी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि, 250 से अधिक नई फर्म के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं. इससे 05 करोड़ की आय हुई है. नई फर्म रजिट्रेशन की फीस 50 हजार से 02 लाख और रिन्युवल फीस 25 हजार से एक लाख रुपये की गई है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद