Bareilly News: जश्न-ए-आजादी के मुबारक मौके पर बरेली पुलिस ने रामगंगा नदी में बोट पर तिरंगा यात्रा निकालकर जश्न मनाया. रामगंगा नदी में तिरंगा यात्रा को बोट पर एडीजी राजकुमार, आईजी रमित शर्मा, एसएससी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसपी विजिलेंस यामुन प्रसाद, एसपी सिटी रविंद्र कुमार समेत पुलिस के प्रमुख अफसर रामगंगा नदी की तिरंगा यात्रा में शामिल हुए. बोट पर तिरंगा फहरा कर जश्न-ए-आजादी मनाया.
आजादी के 75वें वर्ष के अमृत महोत्सव पर कमिश्नरी में कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. ने राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया. इसके बाद राष्ट्रगान हुआ.उन्होंने कहां कि भारत को आजादी काफी कुर्बानियों के बाद मिली है. इस महापर्व को मिलजुल कर मनाएं. स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान के सफल होने की बात कही. बोलीं, यह ऐतिहासिक दिन है. हर भारतीय को अपने घर के साथ ही मन में तिरंगे के महत्व के विचार रखने की आवश्यकता है. कमिश्नर ने शहीद स्थल पर वृक्षारोपण किया.
Also Read: International Youth Day 2022: बरेली को झुमके के बाद युवाओं ने दिलाई पहचान, बॉलीवुड से UPSC तक फहराया परचमडीएम शिवाकांत द्विवेदी ने आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण किया.उन्होंने कहा कि देश की आजादी को दिलाने के लिए वीर शहीदों ने प्राण न्यौछावर कियें हैं.शहीदों को याद किया.इसके साथ ही स्वतंत्रता की लड़ाई में बरेली के रुहेला सरदार खान बहादुर खान के योगदान की सराहना की. इस दौरान एडीएम एफआर संतोष बहादुर, एडीएम सिटी आरडी पांडे,एडीएम प्रशासन रितु पुनिया आदि अफसर मौजूद थे.
पुलिस लाइन के क्वार्टर गार्ड गार्ड में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने तिरंगा फहराया.इसके बाद पुलिस कर्मियों को शपथ दिलाई. एसएसपी ने राज्य रेडियो अधिकारी लक्ष्मण सिंह दयाशंकर मिश्रा, शेखर सिंह को राष्ट्रपति पदक दिए जाने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.इंस्पेक्टर सबारादरी नीरज सिंह, महिला थाना के भारत सिंह को नकद 10 हजार एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. निरीक्षक देवेंद्र सिंह, मेवाराम, कुशल पाल को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह के साथ ही 5 हजार रुपए देकर सम्मानित किया गया.इसके अलावा भी तमाम पुलिसकर्मियों को आर्थिक राशि के साथ ही सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने शहर के सैलानी चौराहा पर तिरंगा फहराया. उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी का बराबर योगदान है.यह महापर्व किसी एक समुदाय का नहीं, बल्कि पूरे देश का है. इसलिए हर देशवासी को हर्षोल्लास के साथ जश्न मनाना चाहिए. मौलाना ने देशवासियों को शुभकामनाएं भी दी.
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