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आला हजरत उर्स से पहले शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश, एक समुदाय में नाराजगी, एफआईआर दर्ज

बरेली में फाजिल- ए-बरेलवी इमाम अहमद रजा खां ( आला हजरत) का 104वां उर्स शुरू हो रहा है. उससे पहले सोशल मीडिया पर टिप्पणी से शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की गयी है. पुलिस ने इस मामले एफआईआर दर्ज कर ली है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2022 3:01 PM

Bareilly: यूपी के बरेली में 10 दिन बाद फाजिल- ए-बरेलवी इमाम अहमद रजा खां ( आला हजरत) का 104वां उर्स शुरू हो रहा है. इसमें देश-दुनिया से अकीदतमंद शामिल होते हैं. लेकिन, उर्स से पहले एक डॉक्टर ने सोशल मीडिया के माध्यम से बरेली का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है. पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

जमीं के भगवान की आपत्तिजनक टिप्पणी से खफा दरगाह के संगठन जमात रजा ए मुस्तफा के पदाधिकारियों ने एसपी सिटी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है. पदाधाकारियों का आरोप है कि डॉक्टर ने आपत्तिजनक टिप्पणी से शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की है. संगठन ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) से डॉक्टर का लाइसेंस कैंसिल करने की भी मांग की है.

दरगाह के जमात रजा ए मुस्तफा संगठन के पीआरओ मोइन खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल एसपी सिटी से मिला था. उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इससे पहले भी एक और बाल रोग विशेषज्ञ ने एक समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. मगर, अब दूसरे बाल रोग विशेषज्ञ ने फेसबुक पर एक समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की है.

पदाधिकारियों ने कहा कि डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है. ऐसे लोग पेशे में भी ईमानदार नहीं हो सकते. इसलिए इलाज नहीं कराना चाहिए. बरेली में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने को एक समुदाय को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है. वह आपत्तिजनक टिप्पणी के माध्यम से कारोबारी फायदा भी लेना चाहते हैं. क्योंकि, इनके कारोबार बंद हो चुके हैं. पुलिस ने वसीम हुसैन की तरफ से एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इसके बाद डॉक्टर ने गलती से पोस्ट डलने की बात कही. बोले, कुछ देर बाद पोस्ट को हटा दिया गया था.

रिपोर्ट :मुहम्मद साजिद

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