Bareilly: आला हजरत दरगाह के संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अहमदाबाद की जामा मस्जिद के इमाम मौलाना शब्बीर अहमद के महिलाओं के सियासत से दूर रहने के बयान का समर्थन किया है.
मौलाना ने भी मुस्लिम महिलाओं से गंदी राजनीति से दूर रहने की बात कही है. उन्होंने कहा कि टिकट लेकर चुनाव न लड़ें. मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि इस्लामी शरीयत मुस्लिम महिलाओं को गंदी राजनीति करने से रोकती है.
इस्लाम ने महिलाओं की पाकिजगी और उनके रुतबे का ख्याल रखा है. इसलिए मौजूदा दौर (वर्तमान हालात) की चुनावी राजनीति से मुस्लिम महिलाओं को बचना चाहिए. शरीयत का यह हुक्म सिर्फ मुस्लिम महिलाओं पर लागू होता है और दूसरे तबके से ताल्लुक रखने वाली महिलाएं के बारे में कुछ नहीं कहा गया है.
मौलाना ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को सियासी बुराइयों से दूर रहना चाहिए. सियासत में काफी बुराइयां हैं.मुस्लिम महिलाओं के लिए पर्दा भी काफी जरूरी है. मगर, सियासत में इंट्री से पर्दा भी दूर हो जाता है, जो गलत है. इस्लाम में महिलाओं को काफी एहतराम (सम्मान) दिया गया हैं.इसीलिए गंदी सियासत से दूर रहने को कहा गया है.
मुस्लिम महिलाएं सियासत से दूरी बनाकर अपने शौहर (पति) और बच्चों का ख्याल रखें. दीनी दुनियावी तालीम हासिल करें.अपने शौहर और बच्चों को घर में सियासी राय मशविरा दें.
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मौलाना ने कहा कि बच्चियों को मोबाइल न दें.मोबाइल काफी जरूरी हो. इसके बाद ही दें, इसके बाद भी बच्चियों पर निगाह रखें.मौलाना ने कहा कि मोबाइल में हर तरह की चीज है. इसमें अच्छा भी है और बुरा भी. मगर, उम्र में बच्चे गलत दिशा में मुड़ जाते हैं. इसलिए मोबाइल से लड़कों और लड़कियों को दूर रखना चाहिए. टीवी से भी दूर रहने की सलाह दी. इसके साथ ही दुनियावी तालीम के साथ बच्चों को दीनी तालीम जरूर देने की बात कही.