Basti News: बस्ती जिले में अपनी पैतृक जमीन बचाने के लिये अपर जिला जज (एडीजे) मनोज शुक्ला जेसीबी के आगे लेट गए थे. इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें निलंबित कर सोनभद्र अटैच कर दिया.
बता दें, एडीजे मनोज शुक्ला मूल रूप से बस्ती जिले के छपिया शुक्ल गांव के रहने वाले हैं. वह सुल्तानपुर में एडीजे थे. वह जेसीबी के आगे कोट, पैंट और टाई पहनकर लेट गये थे. इस संबंध में बस्ती की जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने शासन को रिपोर्ट भेजी थी. शासन ने रिपोर्ट मिलने के बाद हाईकोर्ट से पत्राचार किया था, जिसके बाद हाईकोर्ट ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मनोज शुक्ला को निलंबित कर दिया.
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बताया जाता है कि अपर जिला जज (एडीजे) के गांव में नगर की खुदाई हो रही थी. इसी दौरान वह जेसीबी के सामने लेट गए थे. उनका कहना था कि यह भूमि उनकी पुश्तैनी है. जमीन अधिग्रहण नियमों के खिलाफ है. डीएम ने जो आदेश दिया है, वह भ्रष्टाचार से युक्त है. वहीं, उनके इस आचरण को हाईकोर्ट ने गलत माना और उनके निलंबन का आदेश डिस्पैच सेक्शन से सुल्तानपुर जिला न्यायालय भेज दिया. एडीजे के निलंबन का फैसला हाईकोर्ट की प्रशासनिक समिति ने लिया.
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एडीजे के जेसीबी के सामने लेटने की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना भी साधा था. उन्होंने कहा था कि जब न्यायिक व्यक्ति के साथ ऐसा हो रहा है तो आम आदमी के साथ क्या होगा.
Posted By: Achyut Kumar