Gorakhpur News: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत डूडा की ओर से मिलने वाले ढाई लाख रुपए में फर्जीवाड़े का आरोप लगा है. यह आरोप यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के वार्ड नंबर 39 धर्मशाला बाजार के पूर्व पार्षद राजू सिंह ने वर्तमान पार्षद बबलू गुप्ता उर्फ छट्ठी लाल गुप्ता पर लगाया है. इस मामले में वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में भी पहुंच चुके हैं.
जनता दरबार में इस मामले के आने के बाद सीएम ने गोरखपुर जिलाधिकारी को जांच का आदेश दिया है. वहीं, परियोजना अधिकारी विकास सिंह ने बताया, ‘वहां के पूर्व पार्षद हैं जो इस मुद्दे को उठा रहे हैं. वहां पर 60 ऐसे लोग हैं जिनका कोरोना से पहले आवास अलॉट हुआ था लेकिन उसके बाद लॉकडाउन लग जाने की वजह से वे लोग घर नहीं बना पाए. तहसील के माध्यम से उन सभी लोगों को नोटिस भेज दिया गया है. किसी अपात्र को आवास नहीं दिया गया है.’
केस 1 : वार्ड नंबर 39 धर्मशाला बाजार की रहने वाली सुनीता देवी ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2017 में आवेदन किया था. वर्तमान पार्षद छट्ठी लाल गुप्ता के पास 50 बार गए लेकिन उन्होंने कोई सहायता नहीं की. नगर निगम भी कई बार गए लेकिन वहां से भी कुछ नहीं हुआ. उनकी जमीन पर आवास के लिए विभाग से लोग आए थे और नापी करने के बाद चले गए. बाद में विभागीय लोगों ने बताया कि वे अपात्र हैं. इसलिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सकता. उनका कहना है कि उनके मोहल्ले में ही दो मंजिलें वाले लोगों को इसका लाभ मिल चुका है. सुनीता देवी ने कहा, ‘हमारे दो बच्चे हैं. दोनों ही विकलांग हैं. सुनीता देवी का यह आरोप लगाया है कि हमसे 20 से 25 हजार रुपये की मांग की गई थी. रुपये हमारे पास न होने की वजह से मैंने नहीं दिया. इसीलिए हमें अपात्र कर दिया गया.’
केस 2 : वार्ड नंबर 39 धर्मशाला बाजार की रहने वाली इसरावती देवी ने बताया, ‘हमें 2 लाख रुपये प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिला है.’ उन्होंने वर्तमान पार्षद पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2 लाख रुपये में से 40 हजार रुपये वर्तमान पार्षद छट्ठी लाल गुप्ता ने रिश्वत के तौर ले लिया, जो हम लोगों को रुपया मिला है उतना काम हम लोगों ने कराया है. तीसरी किस्त अभी नहीं आई है.
केस 3 : वार्ड नंबर 39 धर्मशाला बाजार के रहने वाले अशोक एक तिरपाल डालकर पूरे परिवार के साथ रहते हैं. वे कपड़े प्रेस करने का काम करते हैं. उनका कहना है कि वे इस योजना के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते. अशोक के परिवार में 4 लोग हैं. बरसात में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
केस 4 : वार्ड नंबर 39 धर्मशाला बाजार की रहने वाली मंजू ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री आवास के लिए 5000 रुपया दिया था लेकिन हमें अभी इस योजना के तहत लाभ नहीं मिला है. इस सवाल पर कि रुपए की मांग किसने की थी तो उन्होंने कहा कि वर्तमान पार्षद ने. उनका यह भी आरोप है कि उनसे अभी 20,000 रुपये और मांगे जा रहे हैं. वह बताती हैं कि उनका मकान बहुत पुराना है. बरसात में पूरा मकान चूने लगता है.
पार्षद बबलू गुप्ता उर्फ छट्ठी लाल गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्रता और अपात्रता यह तहसील तय करता है. उनकी उसमें कोई भूमिका नहीं होती. अगर व्यक्ति पात्र है तो डूडा फंड देता है और अगर वह अपात्र है तो रुपया नहीं देता. इसमें सारे डाक्यूमेंट्स लगते हैं. वर्तमान पार्षद बबलू गुप्ता ने कहा, ‘पूर्व पार्षद का यह आरोप है कि हमारे वार्ड में 621 मकान बने हैं तो हम उनको बता दें कि हमारे वार्ड में 350 से 375 मकान आवंटित हुए हैं. हमारे लाभार्थी मकान बना चुके हैं. जो 62 लोगों की लिस्ट पूर्व पार्षद बता रहे हैं उसमें से 30 से 35 लोग मकान बना चुके हैं. बाकी लोग बरसात के बाद काम शुरू कर देंगे. मैंने लाभार्थियों से यदि कोई रिश्वत ली हो तो मेरी जांच करा ली जाए.’
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप