रोहिंग्या मसलमानों की हो रही है अवैध एंट्री, फर्जी तरीके से बनाए जा रहे हैं राशन और पैन कार्ड, जानिए कैसे होता है सारा खेल
Rohingya Illigal Entry in India: रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश जारी है. इस बात का खुलासा एटीएस की पूछताछ नें नूर आलम और आमिर हुसैन नाम के रोहिंग्या ने किया है. एटीएस की पूछताछ में नूर आलम ने कई और सनसनीखेज जानकारी दी है. उसने बताया कि, बांग्लादेश से भारत लाकर अवैध तरीके से रोहिंग्याओं को बसाया जा रहा है.
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यूपी में अवैध तरीके से घुस रहे है रोहिंग्या
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फर्जी तरीके से बनाये जा रहे पैन और राशन कार्ड
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एटीएस की पूछताछ में हुए बड़े खुलासे
Rohingya Illigal Entry in India: रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश जारी है. इस बात का खुलासा एटीएस की पूछताछ नें नूर आलम और आमिर हुसैन नाम के रोहिंग्या ने किया है. एटीएस की पूछताछ में नूर आलम ने कई और सनसनीखेज जानकारी दी है. उसने बताया कि, बांग्लादेश से भारत लाकर अवैध तरीके से रोहिंग्याओं को बसाया जा रहा है. उसने यह भी बात कबूल की है कि कई विभागों को रिश्वत देकर फर्जी तरीके से कागजात बनाये जाते हैं.
कैसे हुआ खुलासाः दरअसल, यूपी एटीएस ने गाजियाबाद से दो रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया है. जहां से इन दोनों शख्स आमिर हुसैन और नूर आलम को 5 दिन की रिमांड पर लखनऊ लाया गया है. वहीं पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया कि अवैध तरीके से रोहिंग्या मुसलमानों को यूपी में बसाया जा रहा है. कई विभागों के कर्मचारियों को पैसे देकर उनका पैन कार्ड, राशन कार्ड और आधार कार्ड बना बनवा दिया जाता है.
यूपी विधानसभा चुनाव में दे सकते है भागीदारीः अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी जोरदार भागीदारी भी दे सकते हैं. पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है कि, रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों अवैध रुप से पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और राशन कार्ड बनवाकर आम नागरिकों के बीच घुलमिल जाते हैं. पुलिस महानिदेशक ने यह भी कहा है कि आगामी यूपी विस चुनाव (UP Vidhan Sabha Election 2022) में इनकी अच्छी खासी भागीदारी हो सकती है.
ऐसे होता है सारा खेलः गौरतलब है कि, यूपी में रोहिंग्या को लेकर एटीएस की टीम एक्शन में है. अबतक 11 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है जो अवैध रुप से इन्हें देश में एंट्री दिलाते हैं. ये इतने शातिह है कि, बांग्लादेश के रास्ते इन्हें अवैध रूप से भारत में प्रवेश दिलाया जाता है, फिर फैक्ट्रियों या छोटे कारखानों या दुकानों में इन्हें काम दिला दिया जाता है. फिर पैसे लेकर इनके फर्जी कागजात भी बनवा दिए जाते हैं.
Posted by: Pritish Sahay