Corona impact : उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना के नए मामलों की वजह से यहां के बैंकों के कामकाज पर भी असर दिखाई देने लगा है. इस महासंकट के बीच उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी यूपी) ने एक बड़ा फैसला किया है. उसने कोरोना संकट के दौरान अपने सभी सदस्यों को बैंकों के समय और कर्मचारियों की संख्या को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. फिलहाल बैंक ऑफ बड़ौदा इस फोरम का नेतृत्व कर रहा है. ये बदलाव 22 अप्रैल से शुरू होकर 15 मई तक जारी रहेंगे. समिति के अनुसार, बाद में एक बार फिर स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
बैंकों के राज्य स्तरीय फोरम का नेतृत्व कर रहे बैंक ऑफ बड़ौदा ने जानकारी दी है कि सदस्यों और सभी पक्षधारकों के साथ बात करने के बाद यह फैसला लिया गया है कि ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाएं सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक मिलेंगी. बैंक 4 बजे बंद हो जाएंगे.
बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, बैंक आईबीए के द्वारा तय की गई न्यूनतम आवश्यक बैंकिंग सेवाओं को जारी रखेंगे, जिसमें कैश जमा करना और कैश निकालना, चेक की क्लियरिंग, रेमिटन्स और सरकारी लेन देन शामिल हैं. इसके साथ ही बैंकों की शाखाएं जरूरत पड़ने पर अन्य सेवाएं भी दे सकती हैं.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने प्रेस रिलीज में कहा है कि बैंक 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करेंगे. कर्मचारियों को अदल-बदल कर ब्रांच में काम के लिए बुलाया जाएगा. सभी वैकल्पिक वितरण चैनल काम करते रहेंगे. बैक ऑफिस सेवाएं जैसे करंसी चेस्ट, एटीएम कैश लोडिंग वेंडर्स, कोर बैंकिंग सॉल्यूशंस, डाटा सेंटर, डाटा रिकवरी सेंटर, एटीएम बैक ऑफिस पहले ही तरह काम करते रहेंगे.
इसके साथ ही, साइबर सिक्योरिटी, सर्विस ब्रांच, क्लियरिंग हाउस, बैंक ट्रेजरी हाउस, फॉरेक्स बैक ऑफिस, अपने सामान्य समय के अनुसार काम करते रहेंगे. कर्मचारियों को सरकार के द्वारा घोषित कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. बैंक ऑफ बड़ौदा के अनुसार, इसके अलावा प्रदेश का प्रशासन जो फैसला करेगा, बैंक उसे भी मानेंगे.
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Posted by : Vishwat Sen