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चित्रकूट जेल में फायरिंग मामला
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तीन कैदियों की मौत
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जेलर और जेल अधीक्षक सस्पेंड
चित्रकूट जेल में फायरिंग मामलाः उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिला कारागार में हुए गैंगवार मामले को लेकर प्रदेश योगी सरकार एक्शन में आ गई है. सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए कारागार के अधीक्षक और जेलर को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, जेलर महेंद्र पाल पर विभागीय कार्रवाई करने का भी आदेश जारी किया है. बता दें, घटना के बाद हुई जांच में जेल अधीक्षक को पहली नजर में दोषी पाया गया है. उन्हें दायित्यों के प्रति उदासीन, कर्तव्य विमुखता के साथ प्रशासनिक अक्षमता का दोषी करार दिया गया है.
होगी विभागीय कार्रवाईः जेल के दोनों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1999 के नियम 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है. इसके साथ ही, निलंबित जेल अधिकारियों की जगह पर कासगंज में तैनात अशोक सागर और और अयोध्या में तैनात सीपी त्रिपाठी को नियुक्त किया गया है. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उनपर जरूरी विभागीय कार्रवाई होगी.
As per the inquiry, the two have been found guilty, necessary action should be taken against them: Ajay Kumar Tiwari, Under Secretary pic.twitter.com/GqxEl1LAAK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 14, 2021
क्या था मामलाः गौरतलब है कि, शुक्रवार को चित्रकूट की जिला जेल के अंदर दो गुटों में झड़प हो गई. अपराधी अंशुल दीक्षित ने मुकीम काला और मेराज अली की हत्या कर दी. पुलिस की पिस्तौल छीनकर अंशुल ने गोली मारी. इधर, गैंगस्टर अंशुल दीक्षित को भी पुलिस ने इनकाउंटर में मार गिराया.
तीन कैदी की हुई मौतः मुकीम काला और मेराज अली की हत्या करने के बाद अंशुल दीक्षित छिपकर पुलिस पर भी गोलीबारी करने लगा. किसी तरह काबू में नहीं आता देख पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की फायरिंग में अंशुल की भी मौत हो गई.
सीएम ने दिए तत्काल जांच के आदेशः घटना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए सीए योगी आदित्यनाथ ने महानिदेशक कारागार आनंद कुमार को इस मामले की पूरी रिपोर्ट जल्द देने के आदेश दिए. जिसके बाद चित्रकूट कारागार के जेलर महेंद्र पाल और जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया. उनपर विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं.
Posted by: Pritish Sahay