Loading election data...

UP Election: इटावा में बीजेपी चीफ जेपी नड्डा बोले- गलत काम करने पर कितना भी इत्र छिड़क लो सुगंध नहीं आती

उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा कि हम कानून व्यवस्था सुधारेंगे, लेकिन रेत माफिया, खनन माफिया, आतंकियों को समर्थन किया. अकेली भाजपा ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो विचारों के आधार पर चलती है. बाकी सभी राजनीतिक पार्टियां परिवारवाद, वंशवाद की पार्टियां बन गई हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 29, 2022 4:43 PM

Etawah News: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को इटावा में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे. इस बीच उन्होंने स्थानीय भाजपा प्रत्याशी के लिए जनता से वोट मांगने के साथ ही अपील की कि वे वोट देने से पहले राजनीतिक दल का इतिहास जरूर देख लें. इस बीच उनके मुख्य निशाने पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव रहे.

बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘हम लोगों के विकास के लिए काम करते हैं लेकिन वो लोग इत्र छिड़कते हैं. गलत काम करने पर कितना भी इत्र छिड़क लो, लेकिन सुगंध नहीं आएगी. आज अखिलेश जी के दो मंत्री जेल में हैं. कुछ लोग जेल से और कुछ पर चुनाव लड़ रहे हैं.’

‘विकास के नाम पर लाए माफियाराज’

उन्होंने तंज मारते हुए कहा कि पहले की सरकारें योजना का शिलान्यास करके भूल जाती थीं. योजनाएं फाइलों में धूल खाती थीं. कोई काम नहीं होता था. आज यूपी की तस्वीर बदली है. यहां हाईवे, एक्सप्रेस-वे बने हैं. उन्होंने कहा, ‘हम जिसका शिलान्यास करते है, उसे पूरा भी करते हैं. भाजपा ऐसा दल है जो ये दम के साथ कह सकती है कि जो कहा था, वो किया है. जो कहेंगे, वो करेंगे. सपा ऐसा कह सकती है क्या? उन्होंने कहा था विकास करेंगे, लेकिन लाए माफियाराज.’

Also Read: UP Election: गाजियाबाद में अखिलेश और जयंत ने लाल पोटली की ली शपथ, बोले – गांधी के हत्यारों को जनता हराएगी
‘सपा ने वंंशवाद की राजनीति की’

उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा कि हम कानून व्यवस्था सुधारेंगे, लेकिन रेत माफिया, खनन माफिया, आतंकियों को समर्थन किया. अकेली भाजपा ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो विचारों के आधार पर चलती है. बाकी सभी राजनीतिक पार्टियां परिवारवाद, वंशवाद की पार्टियां बन गई हैं.

‘हम आतंकियों के हिमायती नहीं’

जेपी नड्डा ने कहा कि अखिलेश आतंकियों के हिमायती ही नहीं, लोगों को धर्म-जाति के नाम पर बांटने की राजनीति करते हैं. नहीं तो देश को बांटने वाले जिन्ना का नाम लेने की क्या जरुरत थी? उन्होंने पूछा कि क्या अखिलेश और मायावती में जनविश्वास यात्रा निकालने की हिम्मत है. यह ताकत भाजपा में है, जो कहते हैं वो करते हैं. जो कहेंगे वो करेंगे. हमने लोगों को जोड़ा, उन्होंने तोड़ा है. जिन्होंने हमारा समर्थन नहीं भी किया हमने उन्हें आयुष्मान की ठंडक दी. उन्होंने धर्म पर बांटा. अखिलेश ने सिर्फ परिवार का स्वार्थ सिद्ध किया. झूठे वायदे किए. उनका तंत्र गुंडाराज और माफियाराज का है.

Next Article

Exit mobile version