Lucknow News: भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के तेवर कुछ बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैंट क्षेत्र से उनका बेटा मयंक बहुगुणा जोशी भाजपा की टिकट की उम्मीदवारी चाहता है. इस बारे में रीता बहुगुणा ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि उनका बेटा मयंक पिछले 12 सालों से पार्टी के लिए काम कर रहा है. उसका अधिकार है कि वह टिकट मांगे.
उन्होंने मीडिया से कहा कि पार्टी के आलाकमान उनके बेटे की प्रोफाइल की जांच कर रहे हैं. वही तय करेंगे कि मयंक को टिकट मिले या नहीं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने आखिरी चुनाव साल 2019 में लड़ा था. अब वह कोई चुनाव नहीं लड़ने वाली हैं. ऐसे में उनके स्थान पर उनके बेटे को टिकट दिया जा सकता है.
बता दें कि मंगलवार को ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ उनकी एक मीटिंग हुई थी. प्रधान ही प्रदेश में टिकट देने के लिए उम्मीदवारों की रिपोर्ट जांच रहे हैं. इस मीटिंग के बारे में संभावना जताई जा रही है कि रीता बहुगुणा ने अपने बेटे के लिए टिकट के लिए दबाव बनाया है. हालांकि मीडिया की ओर से पूछे गए सवाल पर उन्होंने स्पष्ट जवाब दिया कि मीटिंग के दौरान बेटे के लिए टिकट को लेकर किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है. यह पार्टी और उनके बेटे के बीच का मामला है.
वहीं, उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. इसके बदले में उनके बेटे को टिकट दिया जा सकता है. उन्होंने एक बयान देते हुए कहा कि प्रदेश में ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें नेता के बच्चों को पार्टी ने टिकट दिया है. मगर वह दूसरों का उदाहरण नहीं देना चाहती हैं. पार्टी को ही यह तय करना चाहिए कि उनके बेटे को टिकट दिया जाए या नहीं. उन्होंने यह भी भरोसा जताया है कि उनके बेटे को टिकट मिले या नहीं वह प्रदेश की राजनीति में भाजपा के साथ ही रहेंगी.