Bareilly News: यूपी सरकार के स्वतंत्र प्रभार वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण सक्सेना की छवि काफी बेदाग है. उनकी सादगी की हर कहीं तारीफ होती है. इसीलिए शहर सीट से जीत की हैट्रिक लगाने के बाद सरकार में मंत्री बनाया गया है. मगर, उनके भतीजे पर दबंगई का आरोप लगा है. शहर के प्रेमनगर थाने में तैनात होमगार्ड ओमेंद्र ने मंत्री के भतीजे अमित कुमार पर दो साथियों के साथ मिलकर सड़क पर गिरा-गिराकर पीटने और वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर FIR दर्ज कर ली है.
होमगार्ड ओमेंद्र ने पुलिस को बताया कि, यूपी सरकार के मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना का गांधीनगर निवासी भतीजा अमित कुमार अपने दोस्त विवेक अंकित अग्निहोत्री और एक अन्य युवक के साथ डेलापीर मंडी गेट पर रात करीब 01:15 बजे कार में बैठकर शराब पी रहा था. इस दौरान ओमेंद्र भी डेलापीर स्थित पंडित जी की चाय की दुकान पर चाय पीने गए थे. कार में बैठे युवकों ने होमगार्ड को अपशब्द कहते हुए बुलाया.
मगर, उन्होंने नशे में धुत युवकों की आवाज को अनसुना कर दिया. होमगार्ड का आरोप है कि इसके बाद तीनों युवकों ने गाली गलौज करना शुरू कर दिया. उन्होंने इसका विरोध किया, तो इस पर उन्हें पीटना शुरू कर दिया. तीनों आरोपियों ने करीब आधा घंटा तक सड़क पर गिरा-गिराकर पीटा. उन्होंने लोगों से बचाने को मदद मांगी. मगर, किसी ने मदद नहीं की. इसके बाद मंडी के आढ़तियों ने काफी मुश्किल से बचाया, लेकिन तीनों आरोपी जान से मारने की धमकी देकर चले गए. इसमें एक ने खुद को मंत्री का भतीजा बताया.
मारपीट में होमगार्ड की वर्दी फाड़ने का आरोप है. होमगार्ड की तहरीर पर इज्जतनगर पुलिस ने करीब 15 घंटे बाद मंत्री के भतीजे अमित कुमार, सुभाष नगर थाना क्षेत्र की विवेक विहार कॉलोनी निवासी अंकित अग्निहोत्री और एक अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 504 और 506 के तहत मारपीट और जान से मारने की मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने कार में बैठे मिले आरोपी अग्निहोत्री को हिरासत में लेने के बाद मेडिकल कराया. इसमें शराब के नशे की पुष्टि की बात सामने आई है. मगर, होमगार्ड को पीटकर वर्दी फाड़ने के बड़े मामले में भी मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मंत्री के भतीजे को गिरफ्तार न करने को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इससे पहले भी एक भतीजे पर बिजली कर्मी को पीटने का आरोप लगा था. जिसके चलते बिजली कर्मियों ने शहर की बिजली आपूर्ति बंद कर दी थी. इसको लेकर बरेली से लखनऊ तक मामला पहुंचा था.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद