मिशन 2024: भाजपा का यूपी में युवाओं को जोड़ने पर फोकस, ओबीसी-दलित वोट को लेकर सौंपी जाएगी जिम्मेदारी…

BJP कार्यसमिति की बैठक में मंथन होगा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए कौन से मुद्दे कारगर रहेंगे. यूपी कार्यसमिति में पिछड़ों पर फोकस करने की योजना बनाई गई है. पार्टी ने चुनावी रणनीति के तहत ओबीसी-दलित वोट बैंक पर फोकस किया है. इस वर्ग के नेताओं के नाम तय करते हुए उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी.

By Sanjay Singh | January 21, 2023 3:41 PM
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Lucknow: भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद यूपी में पार्टी मिशन 2024 के लिए केंद्रीय नेतृत्व से मिले निर्देशों को धरातल पर लागू करने में जुट गई है. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह इसकी तैयारियों में जुट गए हैं.

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी की आगामी योजना पर निर्णय किया गया. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भाजपा को मिशन के रूप में काम करना है. 18 से 25 साल के युवाओं को जोड़ना है. उन्हें राजनीतिक इतिहास से अवगत कराना है. उनके बीच जागरूकता, लोकतांत्रिक मूल्यों को जानने का अभियान चलाये जो का निर्णय किया गया है. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति या संगठन हमसे हमारी विचारधारा के अनुरूप जुड़ना चाहता है, तो उसका स्वागत है.

भूपेंद्र चौधरी और धर्मपाल देंगे जानकारी

इसी कड़ी में पार्टी की 22 जनवरी को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई है. इसमें करीब 700 नेता पदाधिकारी शामिल होंगे. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यसमिति का उदघाटन सत्र संबोधित करेंगे. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन केंद्रीय नेतृत्व से मिले दिशा निर्देशों से पदाधिकारियों को अवगत कराएंगे और उसी के अनुरूप आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय होगी.

ओबीसी-दलित वोट पर फोकस को लेकर नेताओं का चयन

इस दौरान मंथन होगा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए कौन से तरीके प्रभावी रहेंगे. खास बात है कि जिस तरह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में पिछड़ों पर फोकस किया गया था, उसी तर्ज पर प्रदेश कार्यसमिति में भी पिछड़ों पर फोकस करने की योजना बनाई गई है. पार्टी ने चुनावी रणनीति के तहत ओबीसी और दलित वोट बैंक पर फोकस किया है. इसके लिए अब प्रदेश स्तर पर इस वर्ग के नेताओं के नाम तय करते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.

हारी और कमजोर सीटों पर मंथन

इन नेताओं के जरिए पार्टी ये संदेश देगी कि वह ओबीसी और दलित वर्ग की हितैषी है. जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी व अन्य विरोधी दल इस संबंध में केवल अपने फायदे की सियासत करते आए हैं. इसके साथ ही योगी सरकार के कार्यों को जनता के बीच ले जाने के लिए भी रोडमैप पर चर्चा होगी. वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान जिन सीटों पर पार्टी को हार मिली या फिर जहां जीत का अंतर बेहद कम रहा, उसे लेकर भी मंथन होगा.

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सभी 75 जनपदों में निर्णय के आधार पर होंगे कार्यक्रम

इसके साथ ही प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में आगे का रोडैमप तैयार किया जाएगा. इसके आधार पर ही प्रदेश के सभी 75 जनपदों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मिशन 2024 के मुद्दे किस तरह जनता के बीच प्रभावी तरीके से पहुंचाए जाएं और सरकार का किस तरह प्रचार प्रसार हो, जिससे लोकसभा चुनाव में लाभ मिल सकें, इन तमाम बिंदुओं पर गहन मंथन के बाद बैठक में मुहर लगेगी.

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