Uttar Prdaesh News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरोजनी नगर (Sarojni Nagar) विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) ने शुक्रवार को एक नयी पारी की शुरूआत की. बता दें कि विधायक बनने से पहले प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक रहे राजेश्वर सिंह ने अब सुप्रीम कोर्ट में वकालत शुरू कर दी है. भाजपा विधायक शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमन की कोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से बहस भी की.
बता दें कि साल 2018 में लॉ की पढ़ाई पूरी करने वाले राजेश्वर सिंह ने एलएलबी की डिग्री हासिल की थी.मालूम हो कि उत्तर प्रदेश विदानसभा 2022 चुनाव में राजेश्वर सिंह ने सपा के अभिषेक मिश्रा को लखनऊ के सरोजनी नगर से मात दी थी. राजेश्वर सिंह 1996 बैच के पीपीएस अधिकारी रहे हैं. वह लखनऊ में डिप्टी एसपी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. लोग उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जानते है. अब तक राजेश्वर सिंह 13 एनकाउंटर कर चुके हैं. उन्होंने ज्वाइनिंग के 14 महीने के अंदर ही अपनी एक अलग पहचान बना ली थी.
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राजेश्वर सिंह 2009 में प्रतिनियुक्ति पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) चले गए. वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए की सरकार में हुए 2जी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ गेम्स स्कैम, अगस्ता वेस्टलैंड और कोयला घोटाला की जांच में भी शामिल रहे. कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के साथ उनके रिश्ते ठीक नहीं रहे. राजेश्वर सिंह ने जिन मामलों की जांच की, उनमें अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला और एयरसेल-मैक्सिस सौदे में पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम सीधे तौर पर शामिल रहे. इसके अलावा, उन्होंने हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला, जगन मोहन रेड्डी और मधु कोड़ा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच भी की.