Varanasi News: कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच, निर्वाचन आयोग ने यूपी में प्रत्यक्ष रैलियों और रोडशो पर रोक 22 जनवरी तक बढ़ा दी है. ऐसे में विशाल जनसभाओं की जगह नेता पुराने ढर्रे पर आ गए हैं. नेता अब अपनी विधानसभाओं में डोर-टू-डोर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 प्रचार कर रहे हैं. स्टेज और माइक से दावे करने वाले बीजेपी और सपा के नेता अब घर-घर पहुंचकर जनता का हाल-चाल ले रहे हैं.
आधुनिकता के इस दौर में भीड़ एकत्र करने पर लगी रोक ने नेताओं के पसीने छुड़ा दिए हैं. सुबह होते ही भावी प्रत्याशी और पार्टी के पदाधिकारियों से लेकर बूथ अध्यक्ष अपनी जिम्मेदारी निभाने में लग गए हैं. डोर-टू-डोर जनसंपर्क करने से नेताओं की हकीकत भी सामने आ रही है, पिछले पांच बर्षों में सत्ता में काबिज विधायक और पार्टी से जनता संतुष्ट है या उदास इसका भी उन्हें सामना हो रहा है.
चुनाव आयोग की रोक के बाद इस बार सभी प्रमुख पार्टी सपा, बीजेपी, बीएसपी, कांग्रेस लगातार रणनीति बना रही है. वहीं बीजेपी और सपा कार्यकर्ता काशी में घर घर जा कर वोट मांग रहे हैं और अपनी पार्टी के किए कामों को गिना रहे है. कैंट विधानसभा के सौरभ श्रीवास्तव बीजेपी के 2017 चुनाव जीतकर विधायक बने. फिलहाल, वाराणसी में प्रत्याशी की सीट फाइनल नहीं हुई है, फिर भी रोज बीजेपी विधायक श्रीवास्तव 6 से 7 घंटा प्रचार कर रहे हैं.
विधायक कॉलोनियों में 5 लोगों के साथ कोरोना गाइडलाइन के अनुसार प्रचार कर रहे हैं. सपा कार्यकर्ता भी काशी की जनता से आशीर्वाद मांग रहे हैं. वहीं कांग्रेस और बसरा के प्रत्याशी अभी तक मैदान में नहीं उतरे हैं.
उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सात चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण के लिए वोटिंग 10 फरवरी को होगी. इसके बाद दूसरे चरण के लिए 14 फरवरी, तीसरे 20 फरवरी, चौथे 23 फरवरी, पांचवे 27 फरवरी, छठे 3 मार्च और सातवें चरण के लिए 7 मार्च को वोटिंग होगी. 10 मार्च को मतगणना होगी.
रिपोर्ट- विपिन सिंह