पिता स्वामी प्रसाद पर हमले के बाद विद्रोह पर उतारू संघमित्रा, बताएंगी क्या होती है राजनीति, करेंगी खुलासे

पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमले का सीधा-सीधा आरोप बीजेपी पर लगाया जा रहा है. इस बीच भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने हमले के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया.

By Prabhat Khabar News Desk | March 2, 2022 8:09 AM

UP Election 2022: पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमले का सीधा-सीधा आरोप बीजेपी पर लगाया जा रहा है. फाजिलनगर से सपा प्रत्याशी मौर्य के काफिले पर उस वक्त हमला हुआ, जब वह समर्थकों के साथ प्रचार के लिए जा रहे थे. भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य हमले खबर सुनते ही मौके पर पहुंची, और उन्होंने हमले के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया. ऐसे में अब संघमित्रा मौर्य अपनी ही पार्टी पर हमलावर हैं.

दो वर्षों में राजनीति करके दिखायेंगी संघमित्रा

घटना के बाद संघमित्रा ने फेसबुक पर लाइव आकर बीजेपी पर अपना गुस्सा निकाला. उन्होंने कहा कि जब मुझे पता चला कि पिताजी पर हमला हुआ तो मौके पर पहुंची. लेकिन यहां हमें भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने घेर लिया, और फिर पुलिस ने जैसे-तैसे बचाया. उन्होंने कहा कि वह अब तक इसलिए चुप थीं, क्योंकि पिता की लगाम थी लेकिन अब पिता की लगाम नहीं होगी, और अब वह दो वर्षों में बताएंगी की राजनीति क्या होती है. उन्होंने कहा कि, बदायूं की राजनीति में भाजपा में जो खेला हुआ है उसको खोलेंगी.

चुनाव में हुए खेला का खुलासा करेंगी संघमित्रा

संघमित्रा ने कहा कि अब वह बताएंगी कि किस तरह से लोकसभा चुनाव 2019 और जिला पंचायत के चुनाव और खेला किया गया. और अब 2022 का विधानसभा चुनाव में किस तरह से खेला हो रहा है अब वह सब का खुलासा करेंगी. संघमित्रा ने कहा कि मेरे पिता को लोग दलबदलू कहते हैं, उन्होंने दल बदला तो निजी स्वार्थ के लिये नहीं बदला. लोगों के हित के लिये बदला है.

बीजेपी आलाकमान के सामने मोर्चा खोलेंगी संघमित्रा

उन्होंने कहा कि अब तक जो खेला किया गया है, उस सब का वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह के सामने मोर्चा खोलेंगी और ईंट का जवाब पत्थर से देंगी. संघमित्रा ने कहा कि वह अपने पिता की विचारधारा पर चल रही हैं, और आगे भी चलती रहेंगी. दोनों की पार्टी जरूर अलग है, लेकिन विचारधारा एक ही है. दोनों ही अलग-अलग पार्टियों में रहकर दलित, पिछड़ों की राजनीति कर रहे हैं.

संघमित्रा बदायूं की भाजपा का जिक्र करते हुए कहा कि, वहां जिम्मेदार लोगों ने जो खेला किया है वह भूली नहीं हैं, पूरा काला चिठ्ठा है, जो पार्टी शीर्ष नेतृत्व को दिखाऊंगी साथ ही बताया जाएगा कि किस तरह से पार्टी के हितैषी नेता माने जाने वाले वाले दूसरी पार्टी के लिए काम करते हैं, और बदनाम हमें किया जाता है.

दोनों पक्षों पर दर्ज हुआ मामला

संघमित्रा ने फाजिलनगर के भाजपा प्रत्याशी का खुलकर विरोध किया. साथ ही पार्टी की और से कार्रवाई की मांग की. इधर, भाजपा व सपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए पथराव के मामले में विशुनपुरा पुलिस ने देर रात दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया. दर्ज मुकदमे में सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य की सांसद बेटी संघमित्रा व बेटे अशोक मौर्य भी नामजद हैं. वहीं सपा के फाजिलनगर विधानसभाध्यक्ष हीरालाल यादव की तहरीर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत 15 नामजद तथा सैकड़ों अज्ञात कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मारपीट तथा नकदी व चेन छीनने का मुकदमा पंजीकृत हुआ है.

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