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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है इस महिला नेता का नाम, अब UP में BJP को चुनाव जिताने में करेंगी मदद

राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को यूपी में बीजेपी का चुनाव सह-प्रभारी बनाया गया है. सरोज पाण्डेय राजनीति में कम उम्र में ही अपना लोहा मनवा चुकीं है. उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है.

BJP MP Dr Saroj Pandey: छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यूपी में बीजेपी का सह प्रभारी बनाया गया है. उनके अलावा अनुराग ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल, शोभा करंदलाजे, कैप्टन अभिमन्यु, अन्नपूर्णा देवी और विवेक ठाकुर को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बीजेपी का चुनाव प्रभारी बनाया गया है. सरोज पाण्डेय का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. वे एक साथ मेयर, विधायक और सांसद रह चुकी हैं.

सरोज पांडे का जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हुआ था. शुरुआत में उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं था. वे कॉलेज टॉपर और गोल्ड मेडलिस्ट थीं. कॉलेज में प्रोफेसरशिप भी मिली लेकिन उन्होंने ज्वॉइन नहीं किया. बतौर रेडियो अनाउंसर भी उन्होंने काम किया. इसके अलावा दूरदर्शन में न्यूज रीडर के तौर भी उनका चयन हुआ. उनकी स्वच्छ व मेधावी छवि के कारण बीजेपी की ओर से उन्हें मेयर का टिकट दिया गया, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई. उन्होंने मेयर के रूप में इतना काम किया कि लोग उनकी सराहना करते नहीं थकते थे.

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कांग्रेस प्रत्याशी को 15 हजार वोटों से हराया

सरोज पांडे की स्वच्छ व मेधावी छवि के कारण बीजेपी ने इन्हें मेयर का टिकट दिया, जिसमें उनको जीत मिली. मेयर के रूप में उन्होंने ऐसा काम किया कि लोग उनकी सराहना करते नहीं थकते थे. दूसरी बार, उन्होंने मेयर पद का चुनाव रिकॉर्ड वोटों से जीतीा. सरोज पांडे ने 2008 में बीजेपी से अपने शहर भिलाई के लिये विधायक का टिकट मांगा, लेकिन पार्टी ने उन्हें भिलाई की बजाय वैशाली सीट पर लड़ाया. उन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बृजमोहन को लगभग 15 हजार मतों से हराकर धमाकेदार अंदाज में जीत हासिल की.

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2009 में बनीं लोकसभा सांसद

इसी दौरान, 2009 में दुर्ग के तत्कालीन सांसद ताराचंद साहू को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया और सरोज पांडे को चुनावी मैदान में उतारा. इस चुनाव में भी उन्होंने दुर्ग से जोरदार जीत हासिल की और 15 वीं लोकसभा के लिए चुनी गयीं. ताराचंद साहू दुर्ग से लगातार तीन बार से सांसद थे. सरोज पांडे उस समय विधायक तो थीं ही, तकनीकी तौर पर मेयर भी थीं और अब सांसद भी बन चुकी थीं. इस तरह से उन्होंने एक साथ मेयर, विधायक और सांसद रहने का कीर्तिमान अपने नाम कर लिया. सांसद रहते ही पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया.

सर्वश्रेष्ठ मेयर का मिल चुका है पुरस्कार

सरोज पांडेय को सर्वश्रेष्ठ मेयर का पुरस्कार भी मिल चुका है. साल 2013 में बीजेपी ने उन्हें महिला मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया. मार्च 2018 से वे छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद हैं. इस समय वे बीजेपी की राष्ट्रीय महासचिव के रूप में काम कर रही हैं. अब उन्हें यूपी चुनाव के लिए बीजेपी का सह प्रभारी बनाया गया है. इससे पहले उन्हें महाराष्ट्र की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां उन्होंने बीजेपी को शानदार जीत दिलाई थी.

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2014 में करना पड़ा हार का सामना

हालांकि, सरोज पाण्डेय को 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर होने के बाबजूद हार का सामना करना पड़ा. वह छत्तीसगढ़ से इकलौती बीजेपी उम्मीदवार थीं, जिन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में उनकी आलोचना भी हुई. माना जाने लगा कि अब इनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया है, लेकिन बीजेपी ने उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी जिम्मेदारी दी. इस चुनाव में उन्होंने एक बार फिर अपना लोहा मनवाया और बीजेपी को जीत दिलाई.

Posted by : Achyut Kumar

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