UP Chunav 2022 : सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इशारे पर हुई मुख्तार अंसारी और ओमप्रकाश राजभर की मुलाक़ात : BJP

कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्वांचल की राजनीति में अच्छी पकड़ रखने वाले बाहुबली विधायक एवं माफिया मुख्तार अंसारी से ओमप्रकाश राजभर जुड़ गए हैं. यह मुलाक़ात उसी का नतीजा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 3, 2021 1:37 PM

Lucknow News : बांदा जेल में मंगलवार को हुई एक मुलाक़ात ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार तेज कर दिया है. बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बांदा जेल में जाकर के मुलाकात की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्वांचल की राजनीति में अच्छी पकड़ रखने वाले बाहुबली विधायक एवं माफिया मुख्तार अंसारी से ओमप्रकाश राजभर जुड़ गए हैं. यह मुलाक़ात उसी का नतीजा है.

अब इस मुलाक़ात को लेकर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहा है, ‘राजभर के बहाने वास्तविकता में अखिलेश यादव मुख्तार अंसारी को राजनीतिक संरक्षण देने का काम कर रहे हैं. अखिलेश यादव जानते हैं बिना माफियाओं गुंडों के सहारे उनकी साइकिल का पहिया नहीं घूम सकता इसीलिए मुख्तार को साथ लाने के लिए ओमप्रकाश राजभर को आगे किया है.’ सपा सुप्रीमो पर आए उनके इस बयान को लेकर हालांकि, समाजवादी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.

मुख्तार अंसारी से मुलाकात करके जब ओमप्रकाश राजभर फतेहपुर की ओर जा रहे थे उसी वक्त तिंदवारी थाना के इंस्पेक्टर योगेंद्र प्रताप की माने तो रूटीन चेकिंग के तहत सभी गाड़ियां चेक की जा रही थीं. थाने के ठीक सामने से निकली ओमप्रकाश राजभर की गाड़ी भी रोकी गई और जब तलाशी की बात कही गई तो ओमप्रकाश राजभर नाराज होने लगे उसी समय मौजूद लोगों ने वीडियो भी बनाना शुरू कर दिया. उस वीडियो में ओमप्रकाश राजभर कह रहे हैं, ‘इंस्पेक्टर साहब बीजेपी की गाड़ी आप नहीं रोकेंगे लेकिन मेरी गाड़ी रोकेंगे. तलाशी लीजिए पूरी गाड़ी की अटैची भी देख लीजिए.’ हालांकि, काफी गहमागहमी के बीच ओमप्रकाश राजभर ने पूरी गाड़ी की तलाशी दी और उसके बाद तिंदवारी से फतेहपुर की ओर निकल गए.

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