Mainpuri By-Election: मैनपुरी में कमल खिलाने को बीजेपी ने बनायी खास रणनीति, इस तरह तोड़ेगी सपा का तिलिस्म
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि अगर भाजपा यहां कमल खिलाने में कामयाब होती है, तो इस जीत का संदेश बहुत दूर तक जाएगा और लोकसभा चुनाव में भी उसे मदद मिलेगी.
Lucknow News: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव की जंग रोचक होती नजर आ रही है. एक तरफ समाजवादी पार्टी ने अपने सियासी गढ़ को बचाये रखने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है और सैफई कुनबा हर कील कांटा दुरुस्त कर अपनी जीत सुनिश्चित करने में जुटा है. वहीं भगवा खेमा भी यहां कमल खिलाने को आतुर है. पार्टी रणनीतिकार किसी भी सूरत में उपचुनाव एकतरफा नहीं होने देना चाहते. वह इस सीट पर सपा के तिलिस्म को तोड़ने के लिए धरातल पर अपनी रणनीति को सफल बनाने में जुटे हैं. उपचुनाव में सपा से डिंपल यादव और भाजपा से रघुराज सिंह शाक्य मैदान में हैं.
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि अगर भाजपा यहां कमल खिलाने में कामयाब होती है, तो इस जीत का संदेश बहुत दूर तक जाएगा और लोकसभा चुनाव में भी उसे मदद मिलेगी. इसलिए प्रदेश नेतृत्व कुशल बूथ प्रबंधन का फार्मूला अपनाकर मैनपुरी के मतदाताओं का रुख अपनी ओर करने में जुट गया है.
इसी कड़ी में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी मैनपुरी में बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन की शुरुआत आज जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र से करेंगे. मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में सपा का सबसे मजबूत इलाका जसवंतनगर है, यहां से शिवपाल यादव विधायक हैं.
भले ही वह परिवार की एकता के लिए भतीजे अखिलेश के साथ आ गये हैं और बहू डिंपल के लिए वोट मांग रहे हैं. लेकिन, भाजपा को यहां अभी भी अपने पक्ष में माहौल बनने की उम्मीद है. इसलिए जसवंतनगर के लिए पार्टी ने खास योजना बनायी है. इस संबंध में भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह मैनपुरी के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में संगठन के जुड़े पदाधिकारियों की बैठकें कर चुके हैं.
पार्टी ने अपनी रणनीति के तहत बूथों का पर्यवेक्षण करने वाले शक्ति केंद्रों को मजबूती देने और उन्हें सक्रिय करने के लिए उनमें संयोजक और प्रभारी के अलावा प्रवासी और पालक भी नियुक्त कर दिए गए हैं. नए लोगों को पार्टी से जोड़कर प्रवासी विस्तारक की भूमिका निभाएंगे. पालक सक्रिय निगरानी के जरिये शक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली को ऊर्जीकृत करेंगे.
इसके साथ ही रणनीति बनायी गई है कि बूथ स्तरीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता कम से कम तीन बार घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क साधेंगे. हर बूथ की वोटर लिस्ट में दर्ज मतदाताओं के वोट पार्टी के पक्ष में डलवाने के उद्देश्य से पन्ना प्रमुखों को सक्रिय किया जा गया है.
उपचुनाव के दिन बूथ पर भाजपा समर्थक मतदाताओं का मतदान सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी पन्ना प्रमुखों को सौंपी गई है. हर पन्ना प्रमुख को 60 मतदाताओं का जिम्मा सौंपा गया है. पार्टी के विधायकों, पूर्व विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्ष व सदस्यों, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष, वर्तमान व पूर्व जिलाध्यक्षों को चार से पांच शक्ति केंद्रों और एक मंडल के चुनाव प्रबंधन की कमान सौंपी गई है.
इसके साथ ही उपचुनाव में अपने स्टार प्रचारकों के जरिए पार्टी माहौल बनाने के लिए पूरी ताकत लगाएगी. स्टार प्रचारकों की सूची में सबसे ऊपर नाम रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का है. इस लिहाज से उनका कार्यक्रम होना भी तय है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं दो जनसभाएं करेंगे. उनका 28 नवंबर को करहल विधानसभा क्षेत्र में तथा दो दिसंबर को शहर क्रिश्चियन मैदान में जनसभा का कार्यक्रम तय हो सकता है. इसके अलावा मंत्रियों की फौज पहले से ही मैनपुरी में जुटी है. ये मंत्री जातिगत आधार पर क्षेत्रों में भ्रमण करके वोट मांग रहे हैं.