BJP vs SP in UP : चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव के घर में पड़ गई दरार! सपा सुप्रीमो की पूर्व वधू ने थाम लिया भाजपा का दामन
BJP vs SP in UP : उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले दल बदल का खेल शुरू हो चुका है. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो यानी मुलायम सिंह यादव की पूर्व वधू मोनिका यादव ने भाजपा पर भरोसा जताया है. आपको बता दें कि मोनिका सपा नेता धर्मेंद्र यादव की पूर्व पत्नी हैं और शादी के कुछ वक्त बाद ही मोनिका के संबंध टूट गए थे. जानकारी के अनुसार मोनिका ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा से समर्थन लिया है.
BJP vs SP in UP : उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले दल बदल का खेल शुरू हो चुका है. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो यानी मुलायम सिंह यादव की पूर्व वधू मोनिका यादव ने भाजपा पर भरोसा जताया है. आपको बता दें कि मोनिका सपा नेता धर्मेंद्र यादव की पूर्व पत्नी हैं और शादी के कुछ वक्त बाद ही मोनिका के संबंध टूट गए थे. जानकारी के अनुसार मोनिका ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा से समर्थन लिया है.
जानें कौन हैं मोनिका यादव : मोनिका फर्रुखाबाद के बड़े राजनीतिक परिवार से संबंध रखतीं हैं. उनके पिता नरेंद्र सिंह यादव सपा के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री रह चुके थे. मोनिका यादव की शादी सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के भतीजे और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के साथ हुई थी जो ज्यादा दिनों तक नहीं टिकी. शादी के कुछ दिनों के बाद उनके संबंध टूट गए.
भाजपा से समर्थन मांगा : मोनिका को समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी नहीं बनाया, जिससे वह नाराज हुईं और भाजपा पर भरोसा जताया. उन्होंने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और बाद में जपा से समर्थन मांग लिया.
सपा ने उतार दिया अपना उम्मीदवार : समाजवादी पार्टी ने मोनिका यादव को दरकिनार कर दिया और मुलायम सिंह यादव के भाई रामगोपाल यादव के निकटतम सुबोध यादव को चुनाव के मैदान में उतार दिया. इसी को लेकर मोनिका समाजवादी पार्टी के आलाकमान से नाराज चल रहीं थीं. इसके बाद उन्होंने भाजपा से समर्थन मांग लिया, जिसके लिए भाजपा ने हामी भी भर दी…भाजपा ने मोनिका यादव को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर समर्थन देने का काम किया है.
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भाजपा का हाल : यहां चर्चा कर दें कि ज़िला पंचायत में भाजपा के केवल 4 सदस्य ने ही चुनाव जीत में जीत दर्ज की है. यानी भाजपा अपने दम पर चुनाव जीतने की स्थिति में नही थी. यही वजह रही कि उसने मोनिका यादव पर दांव आज़माने का काम किया. यह देखने वाली बात होगी कि फर्रुखाबाद में ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद पर सपा प्रत्याशी की ताजपोशी होती या सपा के विद्रोही प्रत्याशी कब्जा जमाते हैं.
Posted By : Amitabh Kumar